यूपी सरकार नजूल विधेयक पर चौतरफा घिर गई है। भाजपा के ही विधायक सरकार के विरोध में उतर आए। प्रयागराज से विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह, हर्षवर्धन बाजपेयी ने विरोध किया है। कहा- मोदीजी आवास दे रहे हैं। आप उन्हें बेघर करना चाहते हैं।
वहीं, कुंडा से विधायक राजा भैया ने कहा- इलाहाबाद हाईकोर्ट भी नजूल की जमीन पर बना है, क्या उसे भी हटवा देंगे। अगर लोगों को बेघर किया गया तो बड़ी क्रांति आ जाएगी। फिलहाल, सरकार ने हंगामे के बीच विधेयक को पास करा लिया है।
इधर, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव कार्यस्थगन प्रस्ताव पर तीसरी बार बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें स्पीकर कुंवर मानवेंद्र सिंह ने रोक दिया। इस पर वह गुस्सा हो गए। वह अपने सदस्यों के साथ वेल तक पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। विधानसभा और विधान परिषद कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
सदन में आज की कार्यवाही, नोकझोंक और कटाक्ष को पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
नजूल संपत्ति विधेयक पर विपक्ष के विरोध और हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे तक स्थगित की गई।
करवरिया की रिहाई का विरोध
सपा के विधायकों ने भाजपा के पूर्व विधायक एवं हत्या के अभियुक्त उदयभान करवरिया की समय पूर्व रिहाई का विरोध किया। करवरिया को सपा विधायक विजमा यादव के पति जवाहर यादव की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। राज्यपाल ने गत दिनों उन्हें समय पूर्व रिहाई की मंजूरी दी। सपा के विधायकों ने वेल में आकर इसका विरोध किया।
सतीश महाना के रोकने के बाद भी बोलते रहे मंत्री
विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के तहत विधानसभा अध्यक्ष और पीठ पर बैठे अधिष्ठाता के रोकने के बाद कोई भी सदस्य या मंत्री सदन में नहीं बोल सकता है। बुधवार को विधानसभा में ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा विपक्ष के आरोपों का जवाब दे रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विपक्ष के सदस्य ने जो पूछा है उसका ही जवाब दें, लेकिन ऊर्जा मंत्री बात को लंबी करने लगे। इस पर महाना ने उन्हें टोक दिया।
इसके बाद विधायक संग्राम सिंह के आरोपों का जवाब देने के लिए ऊर्जा मंत्री खड़े हुए। अधिष्ठाता ने उन्हें पहले तो टोका, फिर भी ऊर्जा मंत्री नहीं माने तो उन्हें पीठ से बैठने का आदेश दिया गया।
विरोध के बाद भी नजूल संपत्ति विधेयक पारित
उत्तर प्रदेश नजूल संपत्ति (लोक प्रयोजनार्थ प्रबंध एवं उपयोग) विधेयक 2024 सत्ता पक्ष और विपक्ष के विरोध के बाद भी विधानसभा में ध्वनि मत से पारित हो गया। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा-आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के मकान खाली नहीं कराने जा रहे हैं। पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी। संविधान अनुच्छेद 320 के तहत सुख का अधिकार दूसरे की संपत्ति पर नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो संपत्ति आपकी है ही नहीं है, उस पर आपका अधिकार कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने लीज का पैसा जमा किया था उनकी लीज हम रिन्यू कर देंगे। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने लीज राशि जमा करा दी है, जिनकी लीज 2025 में समाप्त हो रही है उनकी भी लीज रिन्यू की
सरकारी दफ्तरों को छूट तो गरीब को क्यों नहीं- आराधना मिश्रा
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि जब नजूल की जमीन पर बसे सरकारी दफ्तरों को छूट दी जा रही है तो गरीब को क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए समान है।
राजा भैया ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सरकार को सद्बुद्धि दे, इससे हाहाकार मचेगा।
विपक्ष ने वाकआउट किया
नजूल संपत्ति विधेयक 2024 पारित कराने पर विपक्ष ने सदन का वॉकआउट किया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन में हंगामा और नारेबाजी की। विपक्ष के सदस्यों ने वेल में आकर भी नारेबाजी की।
विपक्ष के सदस्यों ने सत्ता पक्ष के सदस्यों को भी बुलाया
नजूल संपत्ति के विरोध के दौरान वेल में हंगामा कर रहे सपा के विधायकों ने भाजपा के विधायकों को भी विरोध में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने आपत्ति जताई।
हंगामे और शोरगुल में पारित हो गए विधेयक
विधानसभा में नजूल संपत्ति विधेयक के विरोध में हुई नारेबाजी के बीच सरकार ने तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि विधेयक भी सरकार ने बिना चर्चा के पास करा लिया। लेकिन, यदि विपक्ष चर्चा नहीं करेगा तो क्या करें?
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा के लिए सदस्यों को चर्चा का पूरा मौका दिया गया। लेकिन, यह कहते हुए दुख हो रहा है कि विपक्ष के सदस्यों ने बिल पर चर्चा करने की जगह वेल में धरना दिया।
- उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण विधेयक -2024 पारित किया गया।
- उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2024 पारित किया गया।
- उत्तर प्रदेश नोडल विनिधान रीजन विनिर्माण (निर्माण) क्षेत्र विधेयक 2024 पारित किया गया।
- उत्तर प्रदेश बोनस संदाय (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक पारित किया गया।
- उत्तर प्रदेश कारखाना (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक 2024 पारित किया गया।
नजूल विधेयक अपने ही विधायकों से घिरी योगी सरकार
योगी सरकार ने बुधवार को नजूल संपत्ति विधेयक संशोधन विधेयक विधानसभा में रखा। लेकिन, सरकार इस विधेयक पर घिर गई है। प्रयागराज से भाजपा विधायक सिद्धार्थनाथ और हर्षवर्धन बाजपेयी ने विधेयक का विरोध किया है। हर्षवर्धन ने कहा- आजादी 75 साल पहले मिली, लेकिन लोग 100 साल से रह रहे हैं। मोदी जी लोगों को आवास से रहे हैं, आप गिरा देंगे। जो लोग नजूल भूमि में पहले से रहे हैं, उसे फ्री होल्ड किया जाए।
कुंडा से विधायक राजा भैया ने कहा- यूं तो इलाहाबाद हाईकोर्ट भी नजूल की जमीन पर है। उसे भी हटा दीजिए। न जाने किसके कहने या किसके लिए यह विधेयक लाया गया है। उन्होंने विधेयक को प्रवर समिति को सौंपने की मांग की। राजा भैया ने कहा- सबको बेघर कर भगा देंगे, ये कौन सा विकास हो रहा है। नजूल पर बसे लोगों को हटाया गया तो बहुत बड़ी क्रांति हो जाएगी, लोग सड़कों पर आ जाएंगे।
विधान परिषद में सपा का हंगामा
विधान परिषद में कार्यस्थगन प्रस्ताव पर लाल बिहारी यादव तीसरी बार बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें विधान परिषद अध्यक्ष कुंवर मानवेंद्र सिंह ने रोक दिया।
कहा- आप तीसरी बार नहीं बोल सकते हैं। इस पर लाल बिहारी ने कहा कि आप नहीं चाहते हैं कि सदन चले। जवाब में मानवेंद्र सिंह ने कहा कि कौन नहीं चाहता है।
इस पर लाल बिहारी ने कहा- जब मैं मंत्री जी से समस्या बता रहा हूं, तब आप मुझे रोक रहे हैं। जवाब में सिंह ने कहा कि कार्यस्थगन प्रस्ताव पर आप और आपके 2 सदस्य बोल चुके हैं।
इस पर लाल बिहारी ने कहा कि मैं तिबारा बोल सकता हूं। जवाब में सिंह ने कहा कि आप नहीं बोल सकते हैं। मैं कार्यस्थगन अस्वीकार करता हूं।
इस पर लाल बिहारी यादव भड़क गए। वो अपने अन्य सदस्यों के साथ वेल तक पहुंचे गए और धरने पर बैठ गए।
सतीश महाना बोले- विधायकों के प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन हो
माता प्रसाद पांडेय के सवालों पर सतीश महाना ने कहा- विधायकों के प्रोटोकॉल के लिए जारी आदेश का शत-प्रतिशत पालन होना चाहिए। सभी सम्मानित सदस्य हैं, यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- अधिकारी विधायक का कॉल नहीं उठाते
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद ने कहा-अधिकारी विपक्ष के विधायक का कॉल नहीं उठाते हैं। जिला योजना समिति की बैठक नहीं होने से जिले के प्रस्ताव, आवश्यकता सरकार तक नहीं पहुंचती है।
जवाब में मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमारी मंशा साफ है। हम सभी बात सुनना चाहते हैं।
शिवपाल यादव और सुरेश खन्ना में वार-पटलवार
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा- दिशा समिति की बैठक हर महीने होगी। इसके लिए आज ही निर्देश जारी किया जाएगा। जनप्रतिनिधि को भी बैठक में बुलाने का निर्देश दिया जाएगा।
इस पर शिवपाल यादव ने कहा- अधिकारी कॉल तक नहीं उठाते हैं। रिप्लाई भी नहीं करते हैं। जिला योजना की बैठक नहीं करते हैं। बैठक में बुलाते भी नहीं।
सीएम बोले- NPS को पूरा समाज स्वीकार नहीं कर रहा
सीएम योगी ने कहा- आप लोग विरोधी दल के नेता के तौर पर काम कर रहे हैं। ईश्वर से मैं प्रार्थना करता हूं कि आप हमेशा विरोधी दल के नेता रहे। यह उच्च सदन है। थोड़ी देर पहले ध्रुव त्रिपाठी जी का लग रहा था कि वह शिक्षक नेता से श्रमिक नेता हो गए हैं।
सीएम ने कहा- नई पेंशन स्कीम 2005 में लागू हुई, जब मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे। उस समय के बाद जिनकी भी नियुक्ति होगी। वह NPS में आएगा। कर्मचारियों के खाते खुलने थे। तत्कालीन सरकार ने खाते नहीं खोले। 2005 से 2017 तक एक भी कर्मचारी का खाता नहीं खोला।
2018 में जब हमारी सरकार आई, तब तत्कालीन फाइनेंस सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की। साढ़े आठ लाख कर्मचारी से यह मुद्दा जुड़ा था। कर्मचारी और राज्य सरकार अपने हिस्से का पैसा देती है, तो लास्ट पे ड्रा होने पर 60 प्रतिशत पेंशन मिल जाती है। यूपी पहला राज्य है, जिसने अपना शेयर 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया।
नेता विरोधी दल कुछ बात भूल गए। उन्हें याद दिलाना चाहता हूं। उस समय अटल जी देश के प्रधानमंत्री थे, जब केंद्र ने इस फैसले को लागू किया। NPS को पूरा समाज स्वीकार नहीं कर रहा है।
विधानपरिषद में सीएम और ब्रजेश पाठक की गुफ्तगू
नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के सवालों पर जवाब देने से पहले ब्रजेश पाठक ने सीएम योगी से गुफ्तगु की। इस दौरान केशव मौर्य मुस्कराते हुए मुख्यमंत्री की ओर देखते रहे।
संग्राम सिंह बोले- यूपी में बिजली व्यवस्था बेहद खराब
सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने कहा- यूपी की बिजली व्यवस्था बहुत खराब है। इसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि यूपी में कोई ऊर्जा मंत्री नहीं है। किसान उप केंद्र मे धरना दे रहे हैं। किसान को सिंचाई के लिए 4 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है।
भाजपा के कार्यकर्ता ही बिजली स्टेशनों पर धरना दे रहे। आप गुजरात से सीख कर आए हैं कि आउटसोर्सिंग से काम कराया जाए। बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ बबूल…वाली कहावत ऊर्जा मंत्री पर सटीक बैठती है।
सीएम योगी और केशव मौर्य अगल-बगल बैठे
विधान परिषद में सीएम योगी और केशव मौर्य अगल-बगल बैठे हैं। आज सीएम विधानसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे।
गन्ना किसानों के लिए सप्ताहिक भुगतान की व्यवस्था करेगी सरकार
गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा- अगले साल से गन्ना किसानों के लिए सप्ताहिक भुगतान की व्यवस्था की जाएगी।
अतुल प्रधान ने पूछा- गन्ना किसानों को बकाए का ब्याज देगी सरकार
समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने सदन में सरकार को घेरा। उन्होंने कहा- पश्चिमी यूपी के गन्ना किसानों का बकाया कितना है। इस पर ब्याज दिया जाएगा की नहीं?
सपा विधायक बोले- ऊर्जा मंत्री गांव चले जाएं तो उन्हें लोग बैठा लेंगे
सपा विधायक अनिल प्रधान कहा- गांवों में 8 घंटे बिजली आ रही है। किसान परेशान हैं। अनवरत बिजली कटौती हो रही है।
अगर ऊर्जा मंत्री किसी गांव में चले जाएं और वहां के लोगों पता चल जाए कि ये ऊर्जा मंत्री हैं। तो मंत्री जी बैठा लेंगे। इन्हें निकलने नहीं देंगे।
डिप्टी सीएम बोले- योगी सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- योगी सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। बिजली, सड़क, स्वास्थ्य समस्याओं को सरकार दूर करने का प्रयास कर रही है। यूपी को हम देश में नंबर-1 बनाना चाहते हैं।
सीएम योगी विधानसभा पहुंचे
सीएम योगी विधानसभा पहुंच गए हैं। सीएम प्रश्न काल में विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे।
केशव बोले- शिवपाल यादव मुंगेरी लाल के सपने देख रहे
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल यादव के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- शिवपाल यादव मुंगेरी लाल के सपने देख रहे हैं। 2027 में भाजपा सरकार आएगी।
प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने के लिए जब धन की आवश्यकता होती है तो सदन के माध्यम से अनुपूरक बजट लाया जाता है और कल अनुपूरक बजट लाया गया और विकास को एक नया मुकाम मिले, इसका प्रयास किया जाएगा.।
शिवपाल यादव बोले- योगी सरकार ने जनता को गच्चा दिया
विधानसभा पहुंचे शिवपाल यादव ने कहा- भाजपा की सरकार जन-विरोधी सरकार है। बजट में कुछ नहीं है। यह जनता के साथ धोखा है। जो बजट सत्र आया था, उसे खर्च नहीं पाए। अनुपूरक बजट से सरकार ने जनता को गच्चा दिया है।
आज सदन में रखे जाएंगे ये बिल
उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र और अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण विधेयक, 2024 उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2024 उत्तर प्रदेश नोडल विनिधान रीजन विनिर्माण (निर्माण) क्षेत्र विधेयक, 2024 बोनस संदाय (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2024 कारखाना (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2024
दूसरा दिन: अनुपूरक बजट पेश, योगी ने शिवपाल पर कसा तंज
मंगलवार को योगी सरकार ने 12209.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया। सीएम योगी ने शिवपाल यादव पर तंज कसा। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय से कहा- आपने चच्चा को गच्चा दे दिया। चाचा हमेशा ऐसे ही मात खाता है, क्योंकि भतीजा उससे भयभीत रहता है। इस तंज पर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा।
सीएम के बयान पर शिवपाल ने कहा- हमें गच्चा नहीं मिला। माता प्रसाद पांडेय जी बहुत सीनियर हैं। हम दोनों समाजवादी हैं। हम पहले पीछे बैठते थे, फिर आगे बैठ गए। 3 साल हम आपके संपर्क में रहे। गच्चा तो आपने भी दिया है। अब देख लीजिएगा 2027 में सपा फिर से आएगी। शिवपाल ने फिर सरकार में हो रही खींचतान को लेकर योगी पर पलटवार किया। कहा- आपके डिप्टी चीफ मिनिस्टर हैं, वो आपको फिर गच्चा देंगे। शिवपाल के इस बयान पर योगी भी मुस्कुरा दिए।
पहला दिन: सपा विधायकों ने किया हंगामा, राजा भैया ने योगी के छुए पैर
मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को सत्र की शुरुआत सपा विधायकों के हंगामे से हुई। विधायक तख्तियां लेकर वेल तक पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किसी तरह से उन्हें शांत कराया। सीएम योगी जैसे ही विधानसभा पहुंचे, कई भाजपा विधायक उनके पास आए और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। कुंडा से विधायक राजा भैया ने भी पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और सपा विधायक रागिनी सोनकर के बीच तकरार देखने को मिली। रागिनी ने कहा- आज हमारे डॉक्टर ही बीमार हो रहे, यह शर्मनाक है। जवाब में ब्रजेश पाठक ने कहा- सपा भ्रष्टाचार की जननी है। आज लोगों को फ्री में इलाज मिल रहा है।
सपा विधायक संग्राम सिंह ने सदन में कहा- मुख्यमंत्री जी डांटते हैं। जैसे हम खुद के लिए कुछ कह रहे हैं। सदन के बाहर शिवपाल यादव ने कहा- केशव प्रसाद मौर्य बड़बोले नेता हैं। उनसे उनका विभाग नहीं संभल रहा। मुख्यमंत्री ने उनको झुनझुना पकड़ा दिया है।