लखनऊ के चिनहट इलाके में बुजुर्ग को झांसा देकर टप्पेबाजी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बुजुर्ग गोरखपुर से लखनऊ अपने बेटों के पास आए थे। इस दौरान टप्पेबाजों ने उनको अपनी बातों में उलझाकर उनके पास रखे जेवर लिए। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की पहचान की। इसके बाद एक आरोपी को पकड़ा गया। अन्य दो की तलाश जा रही है।
डीसीपी शशांक सिंह ने बताया- गोलाबाजार गोरखपुर के रहने वाले राजकुमार के बेटे लखनऊ में रहते हैं। 10 अगस्त को राजकुमार गुप्ता प्राइवेट बस से सुबह करीब 11 बजे लखनऊ पहुंचे। मटियारी पर उतरकर पैदल अपने घर की तरफ जा रहे थे। तभी वहां बाइक सवार दो लड़के आए। राजकुमार से कहने लगे चाचा कल्लू मिश्रा को जानते हो इस पर उन्होंने पहचानने से मना कर दिया।
तभी दोनों लड़कों ने उनका बैग पकड़ लिया और अपने पीछे बैठा लिया। कुछ दूर चलने पर मटियारी चौराहे के पास उनके जेब में रखे उनकी पत्नी के सोने के हार, झुमके और अंगूठी निकाल ली। इसके बाद उनको बाइक से उतार दिया, जेब हल्की लगी तब उन्हें चोरी का पता चला। इस पर उन्होंने शोर मचाया तो आरोपी भाग निकले। मामले की गंभीरता को देखते दो टीम गठित की गई।
सीसीटीवी में दिखाई दिए टप्पेबाज
पुलिस टीम ने आसपास लगे 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक किए। जिसमें दो लड़के स्प्लेंडर बाइक और एक व्यक्ति ई-रिक्शा में राजकुमार का पीछा करते हुए दिखाई दिया। रविवार को तीनों लड़के मटियारी चौराहे पर आपस में बातचीत कर रहे थे।
इसी दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर राठ, हमीरपुर के रहने वाले वीरपाल उर्फ धीरू पुत्र संतराम को गिरफ्तार किया। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करके चोरी की जेवर बरामद करवाए।
दोस्तों के साथ मिलकर करते टप्पेबाजी
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया उसके दो अन्य दोस्त राहुल और रितेश ने मिलकर मटियारी चौराहे पर बुजुर्ग व्यक्ति से बातचीत करके जान पहचान बनाई। इसके बाद उसे गाड़ी पर बैठा कर अपने साथ ले गए। कुछ दूर जाकर मौका पाकर उनकी जेब में रखे सारे जेवर निकाल लिए।
पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल और चोरी के जेवर बरामद कर लिए हैं। अन्य दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।