सपा कार्यालय के बाहर मामले की जानकारी देती गैंगरेप पीड़िता।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव से अयोध्या की गैंगरेप पीड़िता मिलने पहुंची। सपा नेता पवन पांडेय ने लखनऊ के पार्टी कार्यालय में सपा प्रमुख से मुलाकात करवाई। पीड़िता ने अखिलेश को घटना के बारे में बताया और न्याय की गुहार लगाई।
सपा कार्यालय के परिसर में उसने मीडिया से बात की। पीड़िता ने कहा- मैंने अखिलेश यादव को सब कुछ बता दिया है। उन्होंने मुझे सहयोग करने का आश्वासन दिया। 16 से 25 अगस्त के बीच मेरे साथ घटना हुई। मैं प्रशासन के पास गई, लेकिन मेरे साथ महिला थाने की दरोगा ने बुरा बर्ताव किया। उन्होंने गाली देकर मुझे भगा दिया।
SSP के पास गई, तब जाकर FIR दर्ज हुई। आरोपी मुझे झूठा साबित करने में लगे हैं। FIR वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। मेरे माता-पिता पर दबाव डाला गया। उन्होंने घरवालों से कहा- अपनी लड़की को समझाकर रखो। नहीं तो इज्जत नहीं बचेगी। आरोपी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। पुलिस उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
राम जन्मभूमि परिसर में सफाई का काम करती है पीड़िता
इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक 5 को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर किया है। तीन आरोपी अभी फरार हैं। पीड़िता (20) BA की छात्रा है और राम जन्मभूमि परिसर में सफाई का काम करती है। पीड़िता ने अयोध्या कैंट थाने में FIR कराई थी।
इसमें बताया था- मैं सहादतगंज में रहने वाले वंश चौधरी को 4 साल से जानती थी। 6 अगस्त को वंश ने सोहावल से मुझे अपनी गाड़ी में बैठाया और जिला अस्पताल पर छोड़ दिया। फिर 16 अगस्त को वंश, सारिक और विनय ने मुझे घूमने चलने के लिए कहा। मैं वंश को पहले से जानती थी, इसलिए साथ चली गई।
रेप कर मार डालने की धमकी दी
छात्रा के मुताबिक, हम लोग अंगूरीबाग के गोकुल गेस्ट हाउस पहुंचे। वहां वंश चौधरी, सारिक और विनय ने मेरे साथ रेप किया। विरोध करने पर उन्होंने मुझे धमकाया। कहा- अगर किसी को बताया तो जान से मार देंगे। मैं डर गई। घर पहुंची तो वंश का फिर से फोन आया।
उसने धमकाते हुए मिलने के लिए बुलाया। मैं डरकर चली गई। वह लोग गैराज बनवीरपुर लेकर गए। वहां पर वंश ने मेरे साथ रेप किया। विनय और शिवा ने मेरे साथ छेड़खानी की।
कार में छेड़छाड़ की, तभी डिवाइडर से टकरा गई
छात्रा के मुताबिक, इसके बाद वंश चौधरी और शिवा मुझे विनय के घर ले गए। विनय ने मुझे बंधक बना लिया। 18 अगस्त को सुबह 11 बजे मुझे देवकाली बाईपास पर छोड़ दिया। मैं डरी थी। 2-3 दिन बाद सफाई के काम पर लौट आई।
इसके बाद इन लोगों ने मुझे बंधक बना लिया। 3 दिनों (22, 23 और 24 अगस्त) तक मुझे बंधक बनाकर रखा। इस दौरान आरोपियों ने मेरे साथ दरिंदगी की। 25 अगस्त की सुबह 4 बजे उदित, वंश चौधरी और विनय मुझे कार से राम जन्मभूमि ले जाने लगे। आरोपियों ने रास्ते में मेरे साथ छेड़खानी की।
इस दौरान महोबरा चौराहा पर कार डिवाइडर से टकरा गई। मुझे सिर और पैर में चोट लग गई। फिर उन लोगों ने मुझे नाके पर छोड़ दिया।
पवन पांडेय बोले- कानून व्यवस्था पर काला धब्बा
सपा नेता पवन पांडेय ने कहा- ये उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर काला धब्बा है। सीएम कहते हैं कि सारे अपराधी यूपी छोड़कर चले गए हैं। ऐसे में ये दुराचारी कौन हैं? जिन अफसरों ने पीड़िता से बुरा बर्ताव किया है। जांचकर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।