लखनऊ में ATM मशीनों के कैश ट्रे में टेप लगाकर, लोहे का तार या लकड़ी फंसाकर ठगी की जा रही है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। ATM मशीनों की मेंटिनेंस करने वाले और बैंक कर्माचारी भी इस नई ट्रिक से हैरान हैं।
ग्राहकों का कहना है कि शहर में ज्यादातर ATM पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती नहीं है। बैंक प्रबंधन ठेके पर ATM चला रहा है। पुलिस भी बैंक से जुड़ा मामला बताकर ऐसे फ्रॉड को क्रैक करने में दिलचस्पी नहीं दिखाती।
अब तक, शहर के कई लोग इस ट्रिक का शिकार बनकर लाखों रुपए गंवा चुके हैं। एक बैंक मैनेजर ने डेढ़ लाख की चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। वहीं, कुछ पीड़ितों ने भी मामले की शिकायत की है।
Uplive news टीम ने ऐसे कुछ मामलों की पड़ताल की। इसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। यह भी पता चला कि साइबर ठग ऐसी चोरियों के लिए छुट्टी का दिन ज्यादा चुनते हैं।
SBI के ATM पर टेप लगाकर ठगी
लखनऊ बालागंज इलाके में SBI के ATM में साइबर ठगों द्वारा टेप लगाकर पैसे निकालने की कोशिश हुई। ग्राहक की सजगता की वजह से ठगी होने से बच गई। SBI के ATM में टेप लगाकर ठगी करने का वीडियो भी ग्राहक ने बनाया है।
Uplive news की टीम मौके पहुंची तो वहां सुरक्षा के नाम पर केवल CCTV लगा मिला। ATM मशीन के टेक्निकल हेड ने बताया कि आजकल ATM मशीन से छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ी हैं। हमारी कंपनी ATM मशीन का मेंटिनेंस करती है। शहर के अधिकतर ATM बूथ पर गार्ड की व्यवस्था नहीं है, इसका साइबर ठग फायदा उठा रहे हैं।
टेक्निकल हेड अनिरुद्ध सिंह ने बताया कैसे की जा रही ATM से छेड़छाड़
टेक्निकल हेड अनिरुद्ध सिंह ने बताया किस तरह से टेप लगाकर पैसा फंसाया जाता है।
ATM पैनल को डुप्लीकेट चाबी से खोलकर कैश ट्रे पर टेप
बालागंज स्थित SBI के ATM में फ्रॉड की सूचना पर पहुंचे टेक्निकल हेड अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि साइबर ठग ATM की कैश ट्रे पर टेप या लचीली पत्ती लगा देते हैं। इससे ग्राहक के पैसे कैश ट्रे से बाहर नहीं निकलते और वहीं फंस जाते हैं।
ज्यादातर लोग इसे मशीन की खराबी समझकर लौट जाते हैं। इस पर ठगों की नजर रहती है और कस्टमर के निकलते ही वे कैश ट्रे का टेप हटाकर निकाली गई रकम लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं।
अब बताते हैं कैसे कैश-ट्रे में टेप लगाते हैं और पैसा फंस जाता है
ठाकुरगंज निवासी आदिल पिछले दिनों बालागंज चौराहे के पास कैंपल रोड पर SBI के ATM से पैसा निकालने गए। उन्होंने 500 रुपए निकाले, लेकिन मशीन से आवाज आने के बाद भी कैश नहीं निकला। उन्होंने जब कैश ट्रे की तरफ देखा तो चौंक गए।
वहां, टेप जैसा कुछ चिपका हुआ मिला। इसके बाद उन्होंने ATM प्रोइवड करने वाले बैंक से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि आप अपने बैंक में कंप्लेन कीजिए। फिर पुलिस को फोन किया तो वे मौके पर आए लेकिन टेप हटाने से मना कर दिया।
कस्टमर ने वीडियो बनाते हुए टेप हटाई तो मिला नोट
आदिल को जब पुलिस और बैंक कर्मियों से कोई मदद नहीं मिली तो उन्होंने खुद ही वीडियो बनाते हुए टेप हटाया, जिसमें उनका पांच सौ का नोट चिपका मिला। इस ट्रिक को लेकर जब हमने अनिरुद्ध से बात की तो उन्होंने बताया कि ATM से निकले पैसे टेप से चिपकने या पत्ती के फंसने से वापस डक्ट में नहीं जाते।
जिसकी वजह से ग्राहक के खाते से पैसा कटना तो शो करता है लेकिन पैसा निकलता नहीं, कैश ट्रे में ही फंसा रहता है। साइबर ठग ग्राहक के जाते ही मौका पाकर पैसे निकाल लेते हैं।
बैंक मैनेजर ने दर्ज कराया चोरी का केस
केनरा बैंक जानकी पुरम शाखा में कई ग्राहकों के साथ ठगी हुई है। जैसा कि होता है कि शुरू में बैंक के कर्मचारियों ने उनकी बात पर विश्वास नहीं किया। इसके बाद लगातार तीन शिकायत आने पर जांच कराई गई। जिसमें साइबर ठगी की बात सामने आई।
शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक शिवाकांत श्रीवास्तव ने चोरों पर कैश डिस्पेंसर में डिवाइस लगाकर ATM से डेढ़ लाख रुपए चुराने का मामला दर्ज कराया। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि केनरा बैंक शाखा कुर्सी रोड के परिसर में ATM लगा है।
19 अगस्त से 26 अगस्त के बीच आरोपियों ने ATM में कैश डिस्पेंसर मशीन में डिवाइस लगाकर डेढ़ लाख रुपए चोरी कर लिए गए। साइबर ठगों ATM की कैश डिस्पेंसर में एक लचीली छड़ी लगाकर ठगी की है।
सुनसान एरिया और बिना गार्ड के ATM में ज्यादा मामले
बैंक कर्मियों की मानें तो सुनसान इलाके के ATM में ऐसा किया जा रहा है। कई जगहों पर सिक्योरिटी गार्ड नहीं होते जिसकी वजह से ATM में डिवाइस लगाना आसान हो जाता है। वहीं, केनरा बैंक में हुए साइबर फ्राड की जांच में सामने आया कि साइबर ठगों ने छुट्टी के दिन चोरी की घटना को अंजाम दिया था।