नगर निगम के आला अधिकारियों के पास भी अब बैठने के लिए जगह नहीं है। चीफ टैक्स ऑफिसर (सीटीओ) कार्यालय को महिला कर्मचारियों का दफ्तर बना दिया गया है। इसकी वजह से अब नए चीफ टैक्स ऑफिसर अशोक सिंह के पास बैठने की जगह नहीं है। वह पिछले तीन दिन से अलग-अलग अधिकारियों के कार्यालय में बैठकर फाइल निपटा रहे हैं।
दरअसल, अभी तक नगर निगम में चीफ टैक्स ऑफिसर (सीटीओ) का पद अंबी बिष्ट के पास है। उनके रिटायर होने के बाद यह कमरा अशोक सिंह को मिलना चाहिए। लेकिन अभी वह कमरा उनको नहीं मिल पाया है। बताया जा रहा है कि अंबी बिष्ट और अंदलीब जहरा समेत कई लोगों ने उसी कार्यालय को अब महिला कर्मचारियों का दफ्तर बना दिया है।
इसकी वजह से अभी अशोक सिंह के पास अब बैठने के लिए कोई जगह नहीं है। नगर निगम में मुख्य कर अधिकारी के कई काम नहीं हो रहे हैं। सभी 8 जोन के टैक्स का काम मुख्य कर अधिकारी के पास ही होता है। नगर निगम में यह आय का सबसे बड़ा स्रोत है। ऐसे में विभागीय लोगों की लापरवाही से काम प्रभावित हो रहा है।
30 सिंतबर को अंबी बिष्ट रिटायर हो चुकी हैं
30 सितंबर को सीटीओ पद से अंबी बिष्ट रिटायर हो गई हैं। वह पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की समधन और बीजेपी नेता अर्पणा यादव की मां है। ऐसे में कई बार उनके रसूख की वजह से लोग बोलने से बचते हैं।
सीटीओ कार्यालय पर उन्होंने उप्र नगर निगम महिला अधिकारी एवं कर्मचारी वेलफेयर संगठन का बोर्ड लगा दिया है। बोर्ड पर बतौर संगठन की अध्यक्ष अंबी बिष्ट और महामंत्री अंदलीब जेहरा का नाम लिखा है।
सीटीओ कार्यालय पर महिला संगठन का बोर्ड लग गया है, इसलिए नए सीटीओ अशोक सिंह के पास कहीं बैठने की जगह नहीं है। इस मामले की नए सीटीओ ने नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त से शिकायत भी की है। उन्होंने अपने लिए कार्यालय की मांग की है।
वहीं नगर निगम मुख्यालय के केयर टेकर किशोरी लाल का कहना है कि सीटीओ कार्यालय पर किसी निजी संगठन का बोर्ड नहीं लगाया जा सकता। इस संबंध में संगठन को नोटिस जारी कर कार्यालय खाली करवाया जाएगा।
नगर आयुक्त बोले- आज कमरा मिल जाएगा
UPLIVE NEWS ने इस संबंध में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह से बात की तो उनका कहना था कि आज कमरा मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन से कोर्ट के मामलों के कारण वह नगर निगम मुख्यालय नहीं जा सके हैं। शनिवार को मामले का निस्तारण कर दिया जाएगा।
हालांकि इस दौरान अंबी बिष्ट इस मामले पर पूरी तरह से शांत हैं। वह कार्यालय भी नहीं आ रही हैं। बावजूद वह कमरा नए सीटीओ नहीं मिल पाया है।