यूपी सरकार ने शुक्रवार को अखिलेश यादव को जेपी कन्वेशन सेंटर जाने से रोका तो सपा प्रमुख ने घर में लगी लोकनायक जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माला चढ़ा दी। अखिलेश यादव ने कहा था कि वे जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेशन सेंटर (JPNIC) में माल्यार्पण करेंगे।
अखिलेश को रोकने के पीछे यूपी सरकार का तर्क था- बारिश के चलते JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं, इसलिए माल्यार्पण करना सुरक्षित नहीं है। सरकार ने शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरिकेडिंग की, तार बिछाए और फोर्स तैनात कर दी। JPNIC के बाहर भी टीन की दीवार खड़ी कर दी गई।
इसके बाद सपा कार्यकर्ता अखिलेश के घर में लगी मूर्ति सड़क पर ले आए। सपा प्रमुख घर से बाहर निकले और मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उन्होंने जदयू चीफ नीतीश कुमार से अपील की कि वे केंद्र की भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लें।
माल्यार्पण के बाद अखिलेश बोले- यूपी की भाजपा सरकार विनाशकारी
अखिलेश ने कहा- यूपी सरकार JPNIC को बेचना चाहती है। पहले भी हमें माल्यार्पण से रोका गया। योगी लोकनायक का इतिहास नहीं जानते। हमें श्रद्धांजलि देने से रोका। यूपी सरकार हर अच्छे काम को रोकती है। ये गूंगी और बहरी सरकार है। ये विकास नहीं विनाश करने में माहिर है।
सपा ने पूछा था- क्या अखिलेश को हाउस अरेस्ट किया
यूपी सरकार और सपा के बीच टकराव गुरुवार रात शुरू हुआ, जब अखिलेश ने वीडियो पोस्ट किया, जिसमें JPNIC गेट पर टिन शेड की दीवार खड़ी करते हुए मजदूर दिखाई पड़े। अखिलेश ने पोस्ट में लिखा था- श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है। शुक्रवार सुबह बैरिकेडिंग और फोर्स तैनात करने पर सपा ने सरकार से सवाल किया था- क्या ये हाउस अरेस्ट है।
जेपी पर दूसरी बार आमने-सामने सपा और यूपी सरकार
जय प्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश और यूपी सरकार दूसरी बार आमने-सामने हैं। पिछले साल अखिलेश माल्यार्पण के लिए JPNIC का गेट कूदकर अंदर गए थे। JPNIC का निर्माण सपा सरकार ने 2013 में शुरू कराया था। 2017 में योगी सरकार आई तो निर्माण को लेकर जांच शुरू हो गई। इसके बाद से निर्माण अधूरा है। पब्लिक की एंट्री भी बंद है
भाजपा सिर्फ स्मारकों पर कब्जा करती है
भाजपा के हटने से पहले का यह क्रोध है। दीया बुझने से पहले फड़फड़ाता बहुत है। अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है, भारत रत्न का सम्मान करें। भाजपा कोई स्मारक नहीं बनवाती है। भाजपा सिर्फ दूसरे के बनाए गए स्मारकों और संस्थानों पर कब्जा करती है।
अखिलेश बोले- भाजपा के नेताओं के हाथ में विनाशकारी रेखा
माल्यार्पण के बाद अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा- भाजपा के नेताओं के हाथ में विनाशकारी रेखा है।
भाजपा के लोग बहाना ले रहे हैं, वहां (JPNIC) पर बिच्छू दिखाई पड़ जाते हैं। अगर इतनी चिंता थी तो साफ सफाई क्यों नही कराई।
लखनऊ पुलिस पर भड़के अखिलेश यादव, बोले- बिच्छू हैं अफसर
JPINC न जाने देने पर लखनऊ पुलिस पर अखिलेश यादव भड़क गए। उन्होंने कहा- अफसर बिच्छू हैं। जो सरकार कह रही है कि वहां बिच्छू है। सरकार में लोग बिच्छू हैं, वह सरकार हमारे स्वास्थ्य की चिंता कर रही है।
अखिलेश यादव बोले- बैरिकेडिंग जैसे हटेगी, वैसे ही सपा के लोग JPNIC जाएंगे
अखिलेश यादव ने कहा- बैरिकेडिंग जैसे हटेगी, वैसे समाजवादी पार्टी के लोग JPNIC जाएंगे। समाजवादी पार्टी संघर्षों की पार्टी है। बीजेपी के लोगों ने न आजादी में कोई भूमिका निभाई है। न कोई संघर्ष किया है। JPNIC की कई जांच कराई गई, लेकिन अभी तक रिपोर्ट सामने नहीं आई।
सुनने में आ रहा है 70 करोड़ से भी ज्यादा का पेमेंट हुआ है, उसके बाद भी JPNIC नहीं खुला है, इसका मतलब यह है कि JPNIC में कुछ ना कुछ यह लोग छुपाना चाहते हैं। अगर जय प्रकाश जी के योगदान के बारे में पता होता इन्हें तो जिस तरह से फोर्स लगा रहे हैं, ये नहीं लगाते, खुद त्योहार मना रहे हैं और हमें नहीं मनाने दे रहे हैं।
अखिलेश बोले- त्योहार है, नहीं तो बैरिकेडिंग रोक नहीं पाती
आज त्योहार है, नहीं तो बैरिकेडिंग रोक नहीं पाती, इसे तोड़ देते। यह सरकार भेड़ियों, गुलदारो से गरीबों को, किसानों को नहीं बचा पा रही है, अभी तक यह सरकार पता नहीं कर पाई है कि गरीबों के बच्चों पर हमला कौन कर रहा है।”
नीतीश कुमार NDA सरकार से समर्थन वापस लें
अखिलेश यादव ने कहा- बहुत से समाजवादी लोग सरकार में हैं, जो सरकार को चला रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके (जय प्रकाश नारायण) आंदोलन से निकले हैं, यह नीतीश कुमार के लिए उस सरकार से समर्थन वापस लेने का मौका है। आज त्योहार है, नहीं तो बैरिकेडिंग रोक नहीं पाती, इसे तोड़ देते।
अखिलेश ने कहा- यह सरकार विनाशकारी, JPNIC को बेचना चाहती है
अखिलेश यादव ने कहा- जयप्रकाश नारायण के नाम पर जो इमारत बनाई गई है। उसे इसलिए ढका गया है, क्योंकि उसके पीछे साजिश है। साजिश ये है कि वे उसे बेचना चाहते हैं। ऐसी सरकार जो म्यूजियम बेच रही हो उससे क्या उम्मीद की जा सकती है।
समाजवादी पार्टी के लोग हर साल उनकी जयंती मनाते रहे हैं। उसी तरह से मनाते रहेंगे। हम लोग वहीं जाकर भारत रत्न जयप्रकाश नारायण को सम्मान देने का काम करेंगे। यह सरकार गूंगी-बहरी तो है ही लेकिन आज कल इसे दिखाई भी नहीं दे रहा है। सही मायने में यह एक विनाशकारी सरकार है।
अखिलेश बोले- भाजपा ने हर अच्छे काम से रोका है
माल्यार्पण करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा- जयप्रकाश नारायण की जयंती के दिन JPNIC के म्यूजियम में जाकर उनकी जयंती मनाते हैं, लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि आज सरकार हमें रोक रही है, माल्यार्पण नहीं करने दे रही है। भाजपा ने हर अच्छा काम रोका है, लेकिन आज हम लोग सड़क पर खड़े होकर अगर जयप्रकाश नारायण को याद भी कर रहे हैं तो ये सरकार हमें रोकना चाहती है कि हम माल्यार्पण न करें। लेकिन हम लोगों ने यहां सड़क पर ही माल्यार्पण कर दिया।
अखिलेश ने प्रतिमा पर माला चढ़ाई
अखिलेश यादव माल्यार्पण करने के लिए पहुंचे
सपा कार्यकर्ता को उठाकर ले गई पुलिस
सपा कार्यकर्ता प्रतिमा को अखिलेश के घर से बाहर लाए
सपा कार्यकर्ता अखिलेश के घर के अंदर लगी जय प्रकाश नारायण प्रतिमा को बाहर लाए। अब प्रतिमा पर अखिलेश यादव माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
मंत्री बोले- बंद पड़ी इमारतों में माल्यार्पण की अनुमति नहीं दी जा सकती है
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने कहा- पिछले साल भी अखिलेश यादव और उनके कार्यकर्ताओं ने जबरन JPNIC दीवारों को फांदकर उसे क्षतिग्रस्त करने का काम किया था। बंद पड़ी इमारतों में माल्यार्पण की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कल ही अखिलेश यादव को ये अवगत करवा दिया था कि JPNIC में माल्यार्पण की अनुमति देना सुरक्षा कारणों से संभव नहीं है। अगर अखिलेश यादव भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं तो JPNIC का निर्माण उन्हीं के कार्यकाल के दौरान हुआ। 2017 के बाद वहां कोई काम नहीं हुआ है तो अगर भ्रष्टाचार का कोई आरोप है तो अखिलेश के कार्यकाल के हो सकते हैं।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष बोले- अलोकतांत्रिक कार्रवाई करके अखिलेश को रोका जा रहा
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा- जय प्रकाश नारायण आजादी की लड़ाई में हमारे बड़े नेता थे, स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें सभी पार्टियों के नेताओं का सम्मान प्राप्त है। इसलिए आज उनकी जयंती पर हम प्रतिपक्ष उनका सम्मान करने के लिए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हैं।
पिछली बार भी अखिलेश यादव रोका गया था, लेकिन हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष वहां गए और माल्यार्पण किया, फिर चले आए। मुझे समझ नहीं आता कि केवल माल्यार्पण करने से कौन सा पहाड़ टूट जाता है? या तो उस संस्थान(JPNIC) में कोई गड़बड़ी है, जिसे बेचने का प्रयास किया जा रहा है और ये गड़बड़ उजागर न हो, इसलिए ऐसी अलोकतांत्रिक कार्रवाई करके अखिलेश को जाने से रोका जा रहा है।
पवन खेड़ा बोले- घर के बाहर पुलिस लगा देना, ये कहां का लोकतंत्र है
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा- किसी भी जगह जहां लोकतंत्र है, वहां कोई श्रद्धांजलि भी नहीं देने जा सकता ये कैसी बात है? आप बता दीजिए कि उस जगह क्या करना है या क्या नहीं करना है, ताकि वहां(JPNIC) जो निर्माण कार्य हो रहा है उसे क्षति न पहुंचे लेकिन आप किसी को रोक देंगे, उनके घर के बाहर पुलिस लगा देंगे या घेराबंदी कर देंगे। ये कहां का लोकतंत्र है?
पूर्व मंत्री राम गोविंद चौधरी अखिलेश के आवास पर पहुंचे
सड़क पर बैठकर सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
बैरिकेडिंग पर चढ़कर नारे लगा रहे सपा कार्यकर्ता
अजय राय बोले- यह सरकार पूरी तरह से तानाशाह
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा- सरकार की मंशा अच्छी नहीं है। पिछले साल भी इस तरह की चीजें की गई थीं और इस बार फिर इस तरह की चीजें आ रही हैं। मुझे लगता है कि वे लोग इस संस्थान(JPNIC) को ध्वस्त करने या किसी न किसी बड़े व्यापारी को बेचने की तैयारी में होंगे तभी यह सारी चीजें कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवास के बाहर बैरिकेडिंग और पुलिस बल की तैनाती पर उन्होंने कहा- निश्चित तौर पर यह सरकार पूरी तरह से तानाशाह है, तानाशाही तरीके से व्यवहार कर रही है। इस देश के महापुरुष, जिन्होंने इस देश के लिए काम किया। अगर कोई उन्हें पुष्पांजलि देना चाहता है तो सरकार को तो सुविधा देनी चाहिए। सरकार का यह रवैया अच्छा नहीं है।
अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा- इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या होगा कि इस देश को आजादी दिलवाने वाले लोगों की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है। उन्हें ढका जा रहा है। यह देश की आजादी और लोकतंत्र के माथे पर कलंक है, जिसे समाजवादी पार्टी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
सपा नेता बोलीं- ये सरकार लोकतंत्र से डरती है
समाजवादी पार्टी नेता जूही सिंह ने कहा- ये सरकार लोकतंत्र से डरती है, आवाजों से डरती है। केवल माल्यार्पण का कार्यक्रम था, लेकिन हमें क्यों रोका गया है? क्या ये लोग JPNIC को बेचना चाहते हैं? अखिलेश यादव से डर गए हैं? हमारा संगठन यहां है। हम कोशिश करेंगे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ माल्यार्पण कर सकें
खुद को जंजीरों में बांधकर पहुंचे सपा कार्यकर्ता
बैरिकेडिंग पर चढ़े सपा कार्यकर्ता, हंगामे के आसार
11 बजे अफसरों से मिलेंगे अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने 11 बजे अपने घर पर पुलिस के अधिकारियों को बुलाया है। माना जा रहा है कि अफसरों से बातचीत के बाद अखिलेश यादव फैसला लेंगे कि आगे क्या करना है।
5 थानों की फोर्स, RAF-PAC की 2-2 बटालियन लगाई गई
अखिलेश यादव के घर के बाहर RAF और PAC की 2-2 बटालियन और 5 थानों की पुलिस लगाई गई है। विक्रमादित्य मार्ग आने-जाने वाला पूरा इलाका सील कर दिया गया है। अखिलेश यादव घर के अंदर है। सैकड़ों कार्यकर्ता भी पहुंचे गए हैं।
अखिलेश के घर के बाहर RAF को लगाया गया
अखिलेश के घर के बाहर तार बिछाया जा रहा
शिवपाल बोले- सत्ता का तंत्र कभी लोकतंत्र पर भारी नहीं हो सकता
अखिलेश ने लिखा- इनका हर काम नकारात्मकता का प्रतीक
लखनऊ विकास प्राधिकरण का अखिलेश को जवाब- यहां जीव-जंतु, मत आइए
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जय प्रकाश नारायण की जयंती पर JPNIC जाने के अखिलेश यादव के कार्यक्रम को लेटर जारी किया है। इसमें कहा- JPNIC निर्माण स्थल है। यहां निर्माण सामग्री बेतरतीब ढंग से फैली हुई है। बारिश के कारण JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं, इसलिए प्रतिमा पर माल्यार्पण करना सुरक्षित और उचित नहीं है।
अखिलेश के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात
अखिलेश ने पूछा- सरकार टीनशेड लगाकर क्या छिपानी चाहती है
अखिलेश ने कहा- समाजवादी महापुरुष जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर हर साल सपा के लोग यहां इकट्ठा होते थे। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। हर वर्ष समाजवादी लोग माल्यार्पण करते थे। अपने विचार रखते थे। एक महान नेता, जिसने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया। उस समय की सरकार के सामने झुका नहीं और एक समय ऐसा आया कि उनकी संपूर्ण क्रांति की वजह से देश की राजनीति में परिवर्तन हुआ।
यह टीन शेड लगाकर सरकार आखिरकार क्या छिपाना चाहती है, कहीं ऐसा तो नहीं बेचने की तैयारी हो, किसी को देना चाहती हो। काम को रोकना, काम को बिगाड़ना और फिर काम को बर्बाद कर देना या फिर लिख देना कि भवन निर्माणाधीन है, प्रवेश की मनाही है, यह क्या है? देखिए यहां एक पेंटर बैठा है। उसे केवल पैसा दिया गया होगा।
अखिलेश ने मांगा पेंट, कहा- समाजवादी जिंदाबाद लिखना है
अखिलेश ने जेपी सेंटर के पास बैठे पेंटर से पेंट मांगा। उन्होंने कहा- थोड़ा सा पेंट और अपना ब्रश दे दीजिए। कार्यकर्ताओं को यहां लिखना है- समाजवादी जिंदाबाद। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से पेंटर को पैसे देने के लिए भी कहा। कार्यकर्ताओं ने पेंटर से लाल पेंट लेकर टिनशेड की दीवार पर प्रशासन की लिखी नोटिस को पोत दिया। उसी के बगल में लिख दिया समाजवादी पार्टी जिंदाबाद।
सपा ने कहा- तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं
समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा। X पर लिखा- भाजपा सरकार लोकतंत्र पर निरंतर प्रहार कर रही है। यूपी सरकार द्वारा लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनके नाम पर बने JPNIC पर दोबारा ताला लगाने का प्रयास अत्यंत निंदनीय है।
जय प्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने देना भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है। इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने JPNIC जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं।
अब उस जेंपी सेंटर को जानिए, जहां आज अखिलेश जाने वाले हैं
गोमतीनगर में एलडीए कार्यालय के पास 18 मंजिला लोकनायक जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर है। इसका निर्माण 2013 से 2016 के बीच 864 करोड़ रुपए से कराया गया था। तब शासन में सपा और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। 2017 में सत्ता परिवर्तन हुआ। भाजपा सरकार आ गई। सीएम योगी ने निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत पर प्रोजेक्ट की जांच कराने का निर्णय लिया।
जांच कर रही टीम एलडीए यानी लखनऊ विकास प्राधिकरण से लगातार सेंटर के सभी डीपीआर की मांग कर रही थी। लेकिन, एलडीए ने नहीं दिया। जून में बताया गया कि डीपीआर गायब हैं। तब के आवास एवं शहरी नियोजन के अपर मुख्य सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी को एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए थे।
अखिलेश कूद गए थे 8 फीट का गेट
पिछले साल जेपीएनआईसी के गेट के बाहर अखिलेश को रोकने के लिए फोर्स सुबह से अलर्ट थी। अखिलेश यादव को एलडीए ने माल्यार्पण की अनुमति भी नहीं दी थी। सपा ने सुबह ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। गेट पर करीब 500 सपा समर्थक धरने पर बैठ गए।
अखिलेश की पुलिसवालों से झड़प भी हुई। 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। गेट पर ताला लगा दिया था। टिन शेड की दीवार खड़ी की थी। लेकिन, रोक नहीं पाए। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए।
अखिलेश ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाई। फिर लौटे और गेट फांदकर ही बाहर निकले। अखिलेश ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा था- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं।
लखनऊ में इन रूटों पर रहेगा डायवर्जन
- 1090 चौराहा से गांधी सेतु, सामाजिक परिवर्तन स्थल चौराहा होकर गोमती नगर जाने वाला यातायात 1090 से उद्यान चौराहा तक प्रतिबंधित रहेगा। यह यातायात 1090 चौराहा से समता मूलक, डिगडिगा (लोहिया पार्क) चौराहा से उद्यान चौराहा होकर जा सकेगा |
- गोमती नगर से 1090 की तरफ जाने वाले यातायात उद्यान चौराहा से डिगडिगा (लोहिया पार्क) चौराहा से समता मूलक से 1090 होकर जा सकेगा । उद्यान चौराहा से 1090 के के बीच यातायात प्रतिबंधित रहेगा |
- सामाजिक परिवर्तन से उद्यान चौराहा बाया सामाजिक परिवर्तन स्थल ढाल जाने वाला यातायात प्रतिबंधित रहेगा।
- ताज अंडरपास के दोनों साइड से उद्यान चौराहे की तरफ सभी प्रकार का यातायात प्रतिबंधित रहेगा।
- समता मूलक से ताज अंडरपास होकर जनेश्वर मिश्र पार्क के निकट रेलवे अंडरपास के मध्य सभी प्रकार का यातायात प्रतिबंधित रहेगा।
- जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर 6 और 2 से दयाल पैराडाइज चौराहा से उद्यान चौराहा,डिगडिगा चौराहा, समता मूलक होकर जा सकते हैं।
अखिलेश ने कहा-टीन शेड लगाकर सरकार क्या छिपा रही है
अखिलेश ने रात में 11.50 बजे JPNIC गेट के बाहर से सपा कार्यकर्ताओं के साथ फोटो पोस्ट की। इसमें पीछे गेट पर टीन शेड लगा हुआ है।
रात 9.30 बजे अखिलेश ने कहा-श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं
अखिलेश यादव ने रात 9.30 बजे X पर पहले एक वीडियो शेयर किया। इसमें JPNIC के गेट पर मजदूर टीन शेड लगा रहे हैं। इसके थोड़ी देर बाद ही वह खुद रात में JPNIC पहुंच गए।
सपा ने कहा- तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं
मामले में समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा। X पर लिखा- भाजपा सरकार लोकतंत्र पर निरंतर प्रहार कर रही है। यूपी सरकार द्वारा लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनके नाम पर बने JPNIC पर दोबारा ताला लगाने का प्रयास अत्यंत निंदनीय है।
जय प्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने देना भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है। इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने JPNIC जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं।