नीरज कुमार बरनवाल
रुपईडीहा। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का निर्माण होने के बावजूद नेपाल जाने वाले टैंकर सारी रात कस्बे के बीच चकियारोड चौराहे पर खड़े रहते हैं। जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। अब कोहरा बढ़ने लगा है। रुपईडीहा के बाहर आईसीपी की ओर जाने के लिए रोड बनी हुई है।
विभिन्न प्रकार का माल लादे ट्रक व कंटेनर तो इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट की ओर चले जाते हैं। परंतु एयर ट्रैफिक फ्यूल, पेट्रोल व डीजल लादे टैंकर बाबागंज की ओर से आकर शाम से ही चकियारोड चौराहे के पास एनएच 927 पर खड़े हो जाते हैं। फिर इनके चालक टैंकर को लाककर नेपालगंज व नेपाली गांव जमुनहा अपने घर सोने के लिए चले जाते हैं। सारी रात लावारिस खड़े होने के कारण रात में कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है।
एटीएफ भारी ज्वलनशील पदार्थ होता है। इसका प्रयोग विमानों व हेलीकॉप्टरों में किया जाता है। इनके आसपास रहने वाले शाबिर, रामकुमार, शाहिद, एजाज, अख़्तर अली, इम्तियाज, शरीफ आदि ने बताया कि सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने जाना पड़ता है।
इनकी वजह से रोड पर जाम लग जाता है। पिछली बार समाचार पत्रों में खबरें छपने के बाद पुलिस ने इन्हें हटवा दिया था। अब फिर ये कस्बे के बीच में ही खड़े हो रहे हैं। इन लोगो ने मांग की है कि इन्हें जाना तो आईसीपी होकर ही है। इसलिए इन्हें आईसीपी रोड पर ही खड़ा कराया जाए।
रुपईडीहा
14/11/2024