लखनऊ में मंगलवार को ‘अटल गीत गंगा’ कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास अपने रंग में दिखे। कहा- जब एक रामकथा कहने के लिए चार्टर्ड प्लेन से चला गया तो लोगों की छाती पर सांप लोटने लगे। ये किसने कहा है कि हराम वाले ही चार्टर्ड से चलेंगे, राम वाले नहीं।
कुमार विश्वास ने फिर मंच से दोहराया कि अपने बच्चों को रामायण और महाभारत पढ़ाएं, ताकि मेरी तरह वो पहचान सकें कि दोस्त दुर्योधन है तो रथ से उतर जाए, नहीं तो कर्ण की तरह मारे जाएंगे। कुमार ने कहा कि मैंने पहचान लिया था दुर्योधन को, इसलिए यहां कविता पढ़ रहा हूं नहीं तो दिल्ली में शराब घोटाले का हिसाब दे रहा होता।
दरअसल, बीते दिनों मेरठ महोत्सव में कुमार ने बिना किसी नाम लिए कहा- अपने बच्चों को नाम याद कराइए सीताजी की बहनों के, भगवान रामजी के भाइयों के..एक संकेत दे रहा हूं जो समझ जाएं उनकी तालियां उठें। अपने बच्चों को रामायण सुनवाइए। गीता पढ़वाइए…अन्यथा ऐसा न हो कि आपके घर का नाम तो रामायण है और आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठाकर ले जाए।
उनके इस तंज को शत्रुघ्न सिन्हा और सोनाक्षी-जहीर की शादी से जोड़ा गया। कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने विश्वास पर निशाना साधते हुए कहा- आप एक लड़की के पिता हैं, थोड़ी सी भी शर्म हो तो माफी मांगिए।
चौक स्थित अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। योगी ने कुमार विश्वास से उनकी कविता कोई दीवाना कहता है…सुना।
भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ‘अटल गीत गंगा’ कार्यक्रम आयोजित किया था।
रक्षा मंत्री ने की फरमाइश, विश्वास ने सुनाई कविता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कवि कुमार विश्वास से फरमाइश की। इस पर विश्वास ने ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है’ कविता सुनाई।
‘पिछला जन्म जानकी तुम बिन जैसे–तैसे बीता’
कुमार विश्वास के राधा–कृष्ण संवाद की इन पंक्तियों को श्रोताओं ने तालियों से सराहा।
अटल गीत गंगा कार्यक्रम में तालियों से गूंजा हाल
कवि कुमार विश्वास के काव्य पाठ का श्रोताओं ने जमकर लुत्फ लिया। इस दौरान कविताएं गुनगुनाई और तालियों से उनका साथ दिया।
कवि कुमार विश्वास सुना रहे राधा-कृष्ण संवाद
विश्वास ने काव्य संध्या में राधा–कृष्ण संवाद सुनाया, जिस पर श्रोता झूम उठे और तालियों के साथ संगत की।
कविताओं को सुनने का सलीका होना चाहिए– कुमार विश्वास
अटल गीत गंगा कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास बोले–कविताओं को सुनने का सलीका होना चाहिए।
अटल जी लखनऊ की तरक्की के लिए हमेशा चर्चा करते थे–रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा–अटल जी लखनऊ की तरक्की के लिए हमेशा चर्चा करते थे। उन्होंने शहर का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का सिर ऊंचा किया।
अटल जी भारत माता के सच्चे सपूत–CM
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा– अटल जी भारत माता के सच्चे सपूत थे। इसलिए हर दल के लोग उनका सम्मान करते थे।
वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अटल जी के साथ काम करने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।
CM योगी ने अटल जी की लिखी कविता सुनाई
‘मुझे इतनी ऊंचाई कभी मत देना, गैरों को गले न लगा सकूं।’ सीएम योगी ने अटल जी की लिखी कविता की इन पंक्तियाें को कार्यक्रम में सुनाया।
किताब के पन्ने पलटते नजर आए CM योगी
CM योगी आदित्यनाथ अटल गीत गंगा कार्यक्रम में किताब के पन्ने पलटते दिखे। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूरी तन्मयता से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का भाषण सुनते रहे।
अटल गीत गंगा कार्यक्रम का सभी लोगों को इंतजार–डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा– अटलजी की जन्म शताब्दी पर सुबह से विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में खेल प्रतियोगिता और स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता हुई। दिलकुशा गार्डन में अब तक का सबसे बड़ा स्वास्थ्य मेला लगा। इस समय अटल गीत गंगा कार्यक्रम हो रहा है। शहर के प्रत्येक व्यक्ति का इसका इंतजार था।
स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर अतिथियों का स्वागत
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सीएम योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कवि कुमार विश्वास को स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।
अटल गीत गंगा कार्यक्रम की दीप जलाकर हुई शुरुआत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ, कुमार विश्वास ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
अटल गीत गंगा कार्यक्रम में पहुंचे सीएम और रक्षा मंत्री
अटल गीत गंगा कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ, कवि कुमार विश्वास, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी, राज्य सभा सांसद दिनेश शर्मा और मेयर सुषमा खर्कवाल पहुंची।