
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ में हुईं मौतों को लेकर कहा- सरकार ने कहा 37 लोग मरे, लेकिन मीडिया ने सच्चाई सामने रख दी। असल में 82 लोगों की जान गई। अब सवाल है कि ये आंकड़े छिपाए क्यों गए? ताकि मुआवजा न देना पड़े।
उन्होंने दावा किया- घर-घर कैश बांटा गया। लोग मांग न करें इसलिए नोट थमाए गए। सवाल ये है कि ये कैश किसका था, कौन लेकर गया, किसके आदेश पर बांटा गया, और जो नकदी बची, वो कहां गई? अखिलेश यादव ने सोमवार को सपा अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक के दौरान योगी सरकार पर निशाना साधा।
अब अखिलेश के बयान की बड़ी बातें

महंगाई : गरीब पिता बेटी की शादी में जेवर नहीं दिला सकता
अखिलेश ने कहा- सोने का भाव एक लाख के पार है। भाजपा वाले कहते हैं, ये है सबका साथ, सबका विकास? आप सोचिए, कोई गरीब पिता अब अपनी बेटी की शादी में जेवर नहीं दिला सकता। यही है क्या विकसित भारत का सपना?
क्या यही है विकसित भारत कि यहां इतनी महंगाई, इतना भ्रष्टाचार हो? जहां सरकार कैश बांट रही हो, मेडिकल कॉलेज में छात्र फेल न हों, ये आदेश जारी हो। बिजली का हाल ऐसा हो कि उद्योग लग ही न सकें।
वोटर लिस्ट : फर्जी हटाएंगे, छूटे को जुड़वाएंगे
हम गांव, मोहल्लों और शहरों में जाकर जिनका नाम छूट गया, उन्हें वोटर लिस्ट में जोड़ेंगे। फर्जी नामों पर आपत्ति कर हटवाएंगे। चुनाव में धांधली नहीं होने देंगे।

इन्फ्रास्ट्रक्चर : बिजली मुनाफे से घाटे में कैसे
बिजली मुनाफे में थी, अब घाटे में कैसे पहुंच गई? कोई नया प्लांट नहीं, सिर्फ निजीकरण हो रहा है। जब तक बिजली सस्ती नहीं होगी। यूपी में कोई उद्योग नहीं आने वाला। सरकार नियमों का पालन नहीं कर रही। यही हाल उत्तराखंड में भी रहा, हेलिकॉप्टर क्रैश हुए, पर कोई सबक नहीं सीखा गया।
वक्फ कानून : भाजपा को मेले-मिठाई और एकता से दिक्कत
वक्फ कानून के संदर्भ में उन्होंने कहा- भाजपा नफरत फैलाने में लगी है। मेले रोके जा रहे हैं। ये मेले खुशी और कारोबार का अवसर होते हैं। मिठाई खाई जाती है, मेल मिलाप होता है। पर इन लोगों को हर खुशी से दिक्कत है।
सवाल पूछने पर FIR
एक नौजवान ने दिल्ली की मुख्यमंत्री पर टिप्पणी कर दी, तो उसे जेल भेज दिया गया। लेकिन दूसरे राज्यों में जो नफरत फैलाते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ये धर्म के आधार पर सरकार चला रहे हैं। गरीब कार्यकर्ता भावना में आकर कुछ बोल दे, तो उसके खिलाफ एफआईआर हो जाती है।
सिर्फ फोटो, स्टिंग और फर्जीवाड़ा
एजेंसियों को पैसे देकर तस्वीरें बनवाई जाती हैं। एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन किया था कि कैसे सरकारी योजनाओं में धांधली हो रही है। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यूपी के हर विभाग में भ्रष्टाचार है।