लखनऊ के आशियाना लोकबंधु चौराहे से कार बदमाशों ने एक ट्रांसपोर्टर को अगवा कर लिया। ट्रांसपोर्टर को 24 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। बेहरमी से पिटाई करते रहे। ट्रांसपोर्टर अपनी पत्नी के साथ जा रहे थे तभी ये घटना हुई।
बदमाशों ने पत्नी को धमकाकर 50 हजार रुपए और जेवर लूट लिए। इसके बाद ट्रांसपोर्ट को धमकाकर भगा दिया। घटना से घबराए ट्रांसपोर्टर ने 6 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया।
जानकारी के मुताबिक इंदिरा नगर नगीना मार्केट के रहने वाले सुनील यादव ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। 26 अगस्त को अपनी पत्नी के साथ आशियाना गए थे। वहां से रात करीब 10:30 लौट रहे थे। तभी कार सवार बदमाश उनका पीछा करने लगे।
कुछ आगे जाकर टैक्सी को ओवरटेक करके बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। गाड़ी गेट खोलकर बाहर खींच लिया और अपनी कार में बैठाने लगे, जब उन्होंने विरोध किया तो पीटते हुए जबरन बैठा लिया।
24 घंटे तक बंधक बनाकर मारपीट
बदमाशों ने ट्रांसपोर्टर को करीब 24 घंटे तक बंधक बनाकर रखा और मारपीट करते रहे। सुनील के सिर, हाथ और पांव में गहरी चोट लगी है। दबंगों ने उन्हें पानी तक पीने नहीं दिया। 27 अगस्त को उनकी पत्नी मंजू से बात कराई। पति के रोने की आवाज सुनकर मंजू डर गई।
बदमाशों ने सुनील का फोन छीन लिया और मंजू से रुपए की मांग करने लगे। एक युवक सुनील के घर पहुंचा और 50 हजार रुपए लिए। ट्रांसपोर्टर की पिटाई कर आरोपियों ने चेन, ब्रेसलेट, अंगूठी और साढ़े सात हजार रुपए पहले ही लूट लिए थे।
रुपए मिलने के बाद सुनील को छोड़ दिया गया। किसी तरह सुनील घर पहुंचे फिर पत्नी के साथ जाकर इलाज कराया। वे घटना से काफी डर गए। इसके बाद किसी तरह हिम्मत जुटाकर रविवार को आशियाना थाने जाकर केस दर्ज कराया।
इंस्पेक्टर आशियाना छत्रपाल सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में लेनदेन का विवाद सामने आया है। सुनील के लगाए आरोपों की जांच की जा रही है।