‘पीजीआई वृंदावन पुलिस चौकी में सिपाही ने पांच लोगों के साथ मिलकर इतना मारा कि पैर से लेकर कमर तक पूरा हिस्सा काला पड़ गया है। पैर काले न हों, इसलिए पीटने के बाद हमें कमरे में दौड़ाते थे। मेरे भाई ने चिनहट कांड (लॉकअप में मौत) की याद दिलाई तो पुलिस ने शांति भंग में चालान करके छोड़ दिया।’
इतना कहते हुए है फैजुल्लागंज गाजीपुर बलराम निवासी रोहित तिवारी रोने लगा। रोहित को दो दिन पहले iPhone चोरी के आरोप में पुलिस पकड़ कर ले गई। 3 घंटे तक इतना पीटा कि उसका चलना दो दूर, बैठना तक मुश्किल हो गया है।
UPLIVE.NEWS से रोहित ने कहा- मेरा भाई न होता तो पुलिस वाले हमको भी चिनहट की तरह चौकी में ही पीट-पीट कर मार डालते।
सिपाही खुद नहीं आया, चोर के साथ 4 लोगों को घर भेजा
शटरिंग का काम करने वाले रोहित तिवारी ने बताया कि बुधवार सुबह 10 बजे मेरे घर पर पांच लोग आए। मैं उन्हें नहीं जानता था। उन लोगों ने एक युवक के कहने पर मुझ पर iPhone चुराने का आरोप लगाया। साथ ही मोबाइल देकर मामला रफा-दफा करने की बात कही।
मैंने उनसे कहा कि कोई मोबाइल नहीं चुराया है, तो वे धमकी देने लगे। मेरे भाई अमित ने पुलिस से शिकायत करने की बात कही। इसके बाद वे धमकी देकर चले गए। कुछ देर बाद मुझे ही पुलिस चौकी पर बुलाया लिया गया। पूछताछ के बाद उन्होंने मुझे छोड़ दिया।
दोपहर बाद फोन करके पीजीआई चौकी पर बुलाया
रोहित ने बताया कि चौकी लौटने के बाद मैं काम पर चला गया। दोपहर में सिपाही आशुतोष का फोन आया। उसने कहा कि पीजीआई चौकी चले आओ। मैंने कहा- किराया नहीं है, तो बोले कि ऑटो बुक करके आओ, हम पैसा देंगे। जब मैं चौकी पहुंचा तो सिपाही समेत पांच लोग मुझे अंदर ले गए और फिर iPhone मांगा।
मैंने इनकार किया तो वे मुझे अंदर के कमरे में ले गए। वहां, चारपाई पर लेटाकर पांचों लोग मिलकर मुझे पीटने लगे। पैर के तलवों पर प्लास्टिक की रॉड से लगातार पीटते रहे। पैर काले न पड़ें, इसलिए पीटने के बाद कमरे में दौड़ाते थे। दोपहर से रात तक इतना मारा कि पूरा शरीर काला पड़ गया।
गर्भवती पत्नी का हवाला दिया फिर भी नहीं माने
रोहित ने बताया कि मैंने सिपाही और पीटने वालों से कहा कि पत्नी गर्भवती है, छोड़ दो, लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा। उनकी पिटाई से मेरे दोनों हाथ और पैर खराब हो गए हैं। सिपाही ने यह सब उनके कहने पर किया, जो लोग मेरे घर पर आए थे। वो घर के बाहर लगे CCTV कैमरे में कैद हैं। पुलिस ने साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया।
मारपीट के बाद पूरा शरीर काला पड़ने पर भाई को किया फोन
रोहित के भाई अमित के मुताबिक पिटाई से रोहित की हालत बिगड़ने पर एक सिपाही ने फोन किया। उसने कहा कि अपने भाई को आकर ले जाओ। इस पर मैंने चिनहट कांड होने और अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही।
कमिश्नर से शिकायत करूंगा
मेरे भाई को रात भर हवालात में रखने के बाद अगले दिन (गुरुवार) शांति भंग में चालान कर दिया। पूरी घटना चौकी इंचार्ज से लेकर थानेदार तक को पता है। मामला तूल पकड़ने पर अधिकारियों ने सिर्फ सिपाही को हटाकर पल्ला झाड़ लिया है। गुडवर्क और पैसे के लिए मेरे भाई को मार डालने की साजिश पुलिस ने की थी। सभी के खिलाफ कमिश्नर से मिलकर शिकायत करूंगा। मैंने ऑनलाइन शिकायत भेजी भी है।
बता दें कि लखनऊ के चिनहट थाने के लॉकअप में कुछ दिन पहले एक युवक को पुलिस ने इतना पीटा था कि उसकी मौत हो गई। परिजनों ने जमकर हंगामा किया और कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। उस मामले की जांच अभी भी चल रही है।