
अवैध परिवहन पर शिकंजा कसते हुए जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने अब तक 100 से ज्यादा वाहनों को सीज किया है और 300 से अधिक पर चालान की कार्रवाई की है। यह पूरा अभियान 1 जून से लगातार चल रहा है, जिसमें प्राइवेट नंबर की गाड़ियों से सवारी ढोने, ओवरलोडिंग और अनाधिकृत स्टैंड पर विशेष फोकस किया गया है।

बिना परमिट और टैक्सी रजिस्ट्रेशन के चला रहे थे मिनी टैक्सी
अभियान के दौरान जांच टीम को कई इलाकों में सफेद नंबर प्लेट (प्राइवेट रजिस्ट्रेशन) वाली गाड़ियां सवारी भरते मिलीं। ये गाड़ियां बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, चौराहों और बाजारों से बिना किसी वैध परमिट के टैक्सी की तरह काम कर रही थीं। नियमों को ताक पर रखकर किराया वसूलने वाली इन गाड़ियों पर सीधी कार्रवाई करते हुए कई को सीज किया गया और कई पर चालान कटा।

सीज की गईं 35 बसें और 65 मोटर कैब
एआरटीओ (प्रशासन) के अनुसार, कुल 35 अवैध रूप से संचालित बसें और 65 मोटर कैब जब्त की गई हैं, जिन्हें संबंधित थानों में निरुद्ध करा दिया गया है। इसके साथ ही एक ओवरलोडेड माल वाहन को भी पकड़ा गया है, जो तय मानकों से अधिक माल लेकर चल रहा था।
प्राइवेट गाड़ियों पर दर्ज हो रही FIR
अभियान के छठे दिन तक प्राइवेट नंबर से सवारी ढोने वाले दर्जनों वाहन चालकों पर न सिर्फ चालान किया गया, बल्कि कई मामलों में थानों में FIR भी दर्ज की गई। अधिकारियों के मुताबिक यह सीधी तौर पर मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है और ऐसे लोगों पर अब जीरो टॉलरेंस नीति लागू की गई है।
ये इलाके रहे कार्रवाई के निशाने पर
जांच टीम ने अवध चौराहा, अमौसी, पारा, गोसाईगंज, अर्जुनगंज, बिजनौर रोड, तेलीबाग, मोहान रोड, मड़ियांव, बक्शी का तालाब, आईआईएम चौराहा, दुबग्गा चौराहा, चारबाग और गोमती नगर जैसे प्रमुख इलाकों में गहन जांच अभियान चलाया।
अधिकारियों की सख्त चेतावनी
एआरटीओ प्रशासन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि निजी गाड़ियों से व्यवसायिक कार्य पूरी तरह गैरकानूनी है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह के अवैध कार्यों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आगे भी जारी रहेगा सख्ती
जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान फिलहाल जारी रहेगा और आने वाले दिनों में और भी अधिक सख्ती की जाएगी। अवैध स्टैंड संचालकों, ओवरलोडिंग करने वालों और बिना परमिट सवारी ढोने वालों पर कानूनी कार्रवाई और तेज़ होगी।