लखनऊ में एक गैंग शहर के मुख्य चौराहों पर दिनदहाड़े टप्पेबाजी कर रहा है। गैंग के सदस्य इस पूरी घटना को अंजाम देने के बाद पैदल ही निकल जाते हैं। गैंग जब अपने टारगेट से टप्पेबाजी कर रहा होता है, उस दौरान चौराहों पर पुलिस भी ड्यूटी पर रहती है। इसके बावजूद बड़े शातिराना अंदाज में ये मोबाइल व कीमती सामान लेकर निकल जाते हैं।
सबसे पहले हाल की कुछ घटनाओं को जान लेते हैं…
घटना 1- पॉलिटेक्निक चौराहे पर टप्पेबाजी
अजीत कुमार श्रीवास्तव अमरावती अपार्टमेन्ट सर्वोदय नगर के रहने वाले हैं। वह शनिवार को पॉलिटेक्निक चौराहे पर थे। रेड लाइट होने के कारण गाड़ी रोक दिए। सिग्नल ग्रीन होने पर जैसे ही अजीत ने गाड़ी आगे बढ़ाई तभी एक व्यक्ति ने ड्राइविंग सीट की तरफ शीशा खटखटाया। वह चिल्लाने लगा कि मेरे पैर पर गाड़ी चढ़ गई है।
उन्होंने शीशा खोलकर बाहर देखा तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। अजीत ने शीशा खोलकर समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों तरफ से लड़के नोक-झोक करने लगे। इस पर अजीत ने सिग्नल ग्रीन होते ही गाड़ी आगे बढ़ाई। तभी सीट पर रखा आईफोन-15 लेकर वह फरार हो गया।
घटना 2- पॉलीटेक्निक चौराहे पर डॉक्टर से लूटा
जेल रोड पीडब्लूडी कालोनी निवासी डा. संजय कुमार के मुताबिक बीते सोमवार को करीब 12.30 वह अपनी कार से लेखराज होकर पॉलिटेक्निक चौराहे की तरफ जा रहे थे। पॉलिटेक्निक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल रेड होने पर उन्हें कार रोकनी पड़ी।
तभी दो लड़के उनकी कार के पास आए और कार ठोंकते हुए गाड़ी लड़ने का इशारा किया, जब उन्होंने कार के शीशे डाउन कर लड़के से बात करने का प्रयास किया, तभी दूसरी तरफ से उसका साथी कार की बोनट पर रखे दो मोबाइल फोन उठाकर भाग निकला।
घटना 3- तेलीबाग ट्रैफिक सिग्नल पर एडवोकेट हुआ शिकार
रुचि खंड-2 शारदा नगर में रहने वाले सुविवेक वाजपेयी एडवोकेट हैं। रात साढ़े आठ बजे उतरेठिया से घर वापस लौट रहे थे। तेलीबाग चौराहे के पास पहुंचे तो जाम लगा था। एक युवक उनके बाईं ओर आया और दरवाजा पीटना शुरू कर दिया।
उन्होंने शीशा खोला ही था, कि दूसरा युवक दाईं तरफ से आकार शोर मचाने लगा। तभी बाई तरफ खड़ा युवक कार की अगली सीट पर रखा सैमसंग कंपनी ए-54 मोबाइल लेकर भाग गया।
घटना 4- हाईकोर्ट के पास लूटकर भागे बदमाश
नई बस्ती कृष्णा नगर के रहने वाले संजीव कुमार पुत्र आसाराम प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी हैं। हजरतगंज होते हुए हाईकोर्ट की सर्विस लेन से जा रहे थे। कमता तिराहे पर पहुंचे थे, तभी लाल सिग्नल हो गया। उस वक्त रात के 8:30 बजे थे।
तभी एक व्यक्ति साइड में आकर शीशा खोलने को कहता है। शीशा खोलते ही उसने पैर पर गाड़ी चढ़ने की बात कही। तभी दूसरी तरफ से एक व्यक्ति शीशा पीटने लगा, जब उन्होंने खोला तो उन लोगों ने उन्हें बात में उलझा लिया। आगे खड़ा व्यक्ति संजय का पर्स, दो मोबाइल व चेन लेकर भाग गया।
घटना 5- सूडा की महिला कर्मचारी का मोबाइल गायब किया
इंदिरा नगर की रहने वाली आकर्षिता श्रीवास्तव पत्नी अंकित श्रीवास्तव सूडा में काम करती हैं। 30 अगस्त को दोपहर 3.25 बजे लौट रही थी। तभी गाड़ी को रोककर दो अज्ञात व्यक्ति झगड़ा करने लगे और इस झगड़े में उन्होंने गाड़ी में रखे दो मोबाइल फोन सैमसंग एस-22 और रियल-मी मोबाइल चोरी कर लिया।
घटना 6- बुद्धेश्वर चौराहे पर गायब किया मोबाइल
एमआर आलम बिहार मोहान रोड, पारा के रहने वाले बृजेश कुमार गुप्ता पुत्र स्वर्गीय राम गोपाल गुप्ता 29 अगस्त को शाम करीब 7:10 बजे अपने ऑफिस कनौजिया सिटी से बुद्धेश्वर चौराहे से अपने घर की तरफ जा रहा थे।
तभी बुद्धेश्वर चौराहे पर एक अज्ञात व्यक्ति ने हाथ देकर गाड़ी रुकवाई। जब उन्होंने अपनी गाड़ी का शीशा खोला तो अज्ञात व्यक्ति ने शीशे के अंदर हाथ डाला और सैमसंग एस-23 अल्ट्रा मोबाइल लेकर भाग गया। बृजेश ने चौराहे पर उतरकर आरोपी की तलाश करते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
दो गिरफ्तार हुए तो सभी टप्पेबाज अंडरग्राउंड हो गए
6 अक्टूबर को टप्पेबाजी करने वाले ब्रम्हपुरी जनपद मेरठ के रहने वाले मतलूब उर्फ भूरा और शादाब को गिरफ्तार किया था। इनके पास से ठगी के पैसे से खरीदी कार भी जब्त की थी। गैंग के दो सदस्यों के पकड़ जाने के बाद से गैंग लखनऊ छोड़कर चला गया था। मामला शांत होने के बाद गैंग ने फिर से टप्पेबाजी शुरू कर दी है।
कोई अगर गाड़ी चढ़ने की बात कहे तो तुरंत पुलिस बूथ में चलने कहें
इन मामलों में पुलिस का कहना है कि अगर चौराहों पर ऐसा हो रहा है, तो लोग थोड़ा जागरूक रहें। शहर के सभी चौराहों पर पुलिस बूथ बने हैं। किसी भी तरह की दिक्कत हो तुरंत गाड़ी किनारे खड़ी करके बूथ पर आएं। कोई कितना भी कहे कि गाड़ी चढ़ गई है, उसकी बातों में न आएं।