लखनऊ कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान शूटर फिरदौस उर्फ शादाब फोटोशूट के साथ अपनी रील भी बनवाता है। इसको अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करवाता है।
बता दें कि कैंट में 25 जून 2022 में हुई रेलवे ठेकेदार की हत्या में 15 दिसंबर 2022 को सरेंडर करने वाले फिरदौस बिहार से लेकर लखनऊ तक ठेकेदारी और साइकिल स्टैंड में अपना दबदबा बनाए हुए है।
फिरदौस पर आधे से ज्यादा मुकदमे बिहार में दर्ज हैं। वह लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित एक मेडिकल कालेज का छात्र रहा है। इसके बाद से ही वह अपराधी गतिविधियों में जुड़ा था।
जेल में होने के बाद भी पोस्ट हो रही रील
सोशल मीडिया पर फिरदौस की रील और फोटो लगातार वायरल हो रही है। इसके बाद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। फिरदौस ने कैंट में रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर उर्फ गोरख ठाकुर की हत्या मामले में सरेंडर किया था।
तब से वह लखनऊ जिला जेल में बंद है। इस दौरान उसकी कई रील और फोटो वायरल हो चुकी हैं। इसमें से अधिकांश रील कोर्ट परिसर के भीतर उसके साथियों द्वारा बनाई गई है।
42 दिनों में 30 बार आया पेशी पर
जेल सूत्रों के मुताबिक फिरदौस 42 दिनों में 30 बार पेशी में आ चुका है। इस दौरान वह अपने दोस्तों और धंधे से जुड़े लोगों से मिलता है। इस दौरान कोर्ट परिसर से लेकर जेल जाने वाले रास्ते तक वीडियो बनते हैं। जो बाद में पोस्ट की जाती है।
फिरदौस फैन क्लब पर पोस्ट हो रही रील
कोर्ट परिसर और जेल के अंदर आते-जाते बनी रील फिरदौस फैन क्लब और टीम फिरदौस नाम से इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड की जा रही है। वह यह रील जेल में रहकर भी लोगों को अपना दबदबा बताने के लिए बनवा रहा है।
जिससे बिहार से यूपी तक अपराधियों में उसका रौब बना रहे। इन रील्स ने जेल से कोर्ट परिसर तक उसको लाने और ले जाने वाले पुलिसकर्मियों की ड्यूटी पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।