
दोपहर में अजय के भाई दिनेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दिनेश ने ही पुलिस को टिप दी कि उसका भाई मलीहाबाद इलाके में छिपा है।
क्राइम ब्रांच प्रभारी शिवानंद मिश्र ने मलिहाबाद के देवा रेस्टोरेंट के पास घेराबंदी की। रात साढ़े 9 बजे अजय बाइक से आता दिखा। जवानों ने घेराबंदी कर उसे दबोचने का प्रयास किया। तभी अजय ने अपनी बाइक खेतों की तरफ मोड़ दी। लेकिन बाइक कंट्रोल नहीं कर पाया। बाइक खेत में गिर गई तो वह पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागा।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में अजय गोली लगने से ढेर हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वह दुबग्गा के बसंत कुंज योजना कॉलोनी का रहने वाला था। उसके पास से मृतक महिला का मोबाइल, एक पिस्टल, सिगरेट, लाइटर और कुछ रुपए बरामद हुए हैं।
18 जनवरी को महिला वाराणसी से पेपर देकर लौट रही थी। वह रात करीब डेढ़ बजे लखनऊ के आलमबाग बस स्टैंड उतरी। लिफ्ट के बहाने बाग में ले गए। रेप का प्रयास किया। विरोध पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी।



डीसीपी बोले- हरदोई भाग रहा था अजय
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत ने बताया, इस मामले में दोपहर में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। दूसरा फरार था। मलिहाबाद थाना पुलिस और सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी। रात करीब साढ़े 9 बजे सूचना मिली थी कि आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर हरदोई भागना चाहता है।
इस पर मलिहाबाद कस्बे के पास नाकाबंदी की गई। एक संदिग्ध युवक बाइक पर आता हुआ दिखाई दिया। उसे रोकने का इशारा किया तो उसने बाइक खेतों में उतार दी। बाइक फिसल गई तो वह पैदल ही भागा। पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में घायल हो गया। पहले उसे नजदीकी सीएचसी और बाद में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
मलिहाबाद से ही गिरफ्तार हुआ था अजय का भाई दिनेश
शुक्रवार सुबह पुलिस ने आरोपी अजय के भाई दिनेश को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी अजय दुबग्गा का हिस्ट्रीशीटर था। अजय और उसके भाई दिनेश का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है। अजय पर 23, जबकि दिनेश पर 9 मुकदमे दर्ज हैं। दिनेश को मलिहाबाद कस्बे के संन्यासी बाग से पुलिस ने दबोचा था।
आरोपी ने जब घटना को अंजाम दिया, उस समय ऑटो पर नंबर प्लेट नहीं थी। बाद में ऑटो की पहचान छिपाने और बचाव के लिए नंबर प्लेट को दोबारा लगा दिया था। UPLIVE NEWS रिपोर्टर ने पहले ही इस बारे में पूरी हकीकत बताई थी।
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भाई बोला- अजय ने मुझे फोन कर बुलाया
ऑटो ड्राइवर के भाई दिनेश ने पुलिस को बताया- अजय ने मंगलवार रात आलमबाग बस अड्डे से महिला को किडनैप किया था। मैं दुबग्गा में था। मुझे फोन किया और वहां से साथ में लिया। हम दोनों महिला को मलिहाबाद के भदवाना इलाके में ले गए। यहां बाग में रेप की कोशिश की। महिला के विरोध करने पर उसकी पैजामी से गला दबाकर हत्या कर दी।
ऑटो ड्राइवर पर शक हुआ, भाभी को भेजी लोकेशन
चिनहट की रहने वाली महिला के भाई ने बताया, मंगलवार को बहन वाराणसी से एग्जाम देकर घर आ रही थी। रात करीब डेढ़ बजे वह आलमबाग बस अड्डे पर बस से उतरी थी। यहां से चिनहट के लिए ऑटो लिया। यह बात उसने फोन कर अपनी भाभी को बताई थी।
मेरी पत्नी से बहन ने बताया था कि ऑटो ड्राइवर की हरकत संदिग्ध लग रही। इस पर पत्नी ने कहा था कि फोन करते रहना। इसके बाद बहन ने दोबारा फोन किया और बताया कि ऑटो वाला गलत रास्ते पर ले जा रहा है।
बहन ने लोकेशन भी भेज दी थी। लोकेशन मलीहाबाद की तरफ दिखने पर जब मेरी पत्नी ने फोन किया तो चीख-पुकार की आवाज सुनाई दी थी। फिर फोन कट गया था।
इन रास्तों से ऑटो ड्राइवर महिला को ले गया
पहला रास्ता- आलमबाग से घटनास्थल। दुबग्गा से सीधा लखनऊ-हरदोई हाईवे…। दूसरा रास्ता- अंधे की चौकी से कसमंडी चौकी होते हुए…।


रेप के विरोध पर हत्या कर दी
पुलिस पूछताछ में आरोपी दिनेश ने बताया, लूट के बाद रेप के प्रयास में महिला के विरोध करने पर हत्या की थी। दिनेश पर छह से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया था कि घर वालों ने रात 3 बजे महिला के किडनैप होने की सूचना 112 पर दी थी। इसके बाद आलमबाग और मलीहाबाद पुलिस ने सर्च अभियान शुरू कर दिया था।
सुबह 5 बजे मोहम्मद नगर तालुकेदारी के पास आम के बाग में महिला का शव मिला था। शव पेट के बल पड़ा था। पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम की मदद से सबूत इकट्ठा कर जांच शुरू कर दी थी। क्राइम ब्रांच के साथ थाना पुलिस की टीम को लगाया गया है। जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा।
आलमबाग इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड
महिला के भाई ने तुरंत 112 पर सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की। इस मामले में आलमबाग इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
इनमें प्रभारी निरीक्षक आलमबाग कपिल गौतम, चौकी प्रभारी आलमबाग बस स्टैंड उपनिरीक्षक राम बहादुर, रात्रि अधिकारी- एसआई कमरूजमा, रात्रि ड्यूटी पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल राजेश कुमार, विजय यादव, पीआरवी 4821 कमांडर एसआई शिव नन्दन सिंह और हेड कॉन्स्टेबल पंकज यादव शामिल हैं।