
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर बुधवार सुबह अचानक NSG कमांडो दौड़ते हुए उनके घर में घुसे। चारों तरफ भारी भीड़ का रही। भीड़ के बीच सनसनाती हुई एंबुलेंस आई और रुक गई। ये सब सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा जांचने के लिए कमांडो की टीम ने उनके आवास पर मॉक ड्रिल की।
यह मॉकड्रिल 5 कालीदास मार्ग लखनऊ स्थित घर पर की गई। इसमें सुरक्षाकर्मी, ड्राइवर और एनएसजी के कमांडो शामिल रहे। साथ ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। इसी बीच एंबुलेंस और फायर डिपार्टमेंट को भी बुलाया गया। 11.49 बजे एंबुलेंस रवाना हुई। महज 1 मिनट में 11.50 पर सिविल अस्पताल पहुंच गई।
NSG कमांडो ने संभाली कमान
मॉकड्रिल के दौरान NSG कमांडो और पुलिस बल तैनात किए गए। सुरक्षा घेरे की मजबूती, मेडिकल इमरजेंसी में त्वरित प्रतिक्रिया और सीएम को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने का अभ्यास किया गया।

स्ट्रेचर पर लेटाया गया व्यक्ति, मेडिकल टीम अलर्ट मोड में
सिविल अस्पताल में पहुंचने के बाद एक स्ट्रेचर पर व्यक्ति को लिटाकर इमरजेंसी मेडिकल प्रोटोकॉल का रिहर्सल किया गया। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने तेजी से प्रतिक्रिया देने और प्राथमिक इलाज का अभ्यास किया।
फायर ब्रिगेड और पुलिस भी एक्टिव मोड में
मॉकड्रिल के दौरान फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम को भी अलर्ट रखा गया। इस दौरान संभावित आतंकी हमले या सुरक्षा उल्लंघन की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया को परखा गया।
1 मिनट अस्पताल में रुकी एंबुलेंस, फिर वापस लौट गई
सिविल अस्पताल में एंबुलेंस 1 मिनट के लिए रुकी, जहां मेडिकल टीम ने स्थिति को परखा और फिर काफिला वापस लौट गया।
NSG और यूपी पुलिस की साझा ड्रिल, सुरक्षा प्लान की समीक्षा
इस मॉकड्रिल का उद्देश्य किसी भी आपातकालीन स्थिति में मुख्यमंत्री की सुरक्षा को मजबूत करना और संभावित खतरों का आकलन करना था। अधिकारियों ने सुरक्षा रणनीति की समीक्षा की और जरूरी सुधारों पर चर्चा की।