लखनऊ में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 74वीं पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। स्वतंत्र भारत के निर्माण में उनके योगदान को याद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा- भारत माता के महान सपूत लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 1950 में आज ही के दिन धराधाम से विदा लिया था। उनकी देशभक्ति, दूरदर्शिता और कर्तव्य निष्ठा से हर भारतीय प्रेरणा लेता है।
उन्होंने देश के 563 से अधिक रियासतों को शांतिपूर्ण ढंग से भारत में मिलाकर राष्ट्र के एकीकरण का चुनौतीपूर्ण कार्य पूरा किया। उनके योगदान को आज भी राष्ट्र श्रद्धा और सम्मान के साथ स्मरण करता है।
आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल: CM योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जूनागढ़ और हैदराबाद जैसी रियासतों को लेकर जो संकट उत्पन्न हुए थे, वे सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और कुशल नेतृत्व के कारण ही समाप्त हुए। वर्तमान भारत का स्वरूप सरदार पटेल की दूरदृष्टि और सशक्त नेतृत्व का परिणाम है। उन्हें सही मायने में आधुनिक भारत का शिल्पी कहा जा सकता है।
नए भारत के निर्माण का संकल्प
मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल के योगदान को वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि आजादी के तुरंत बाद सरदार पटेल ने शिक्षा, पशुधन, कृषि और किसानों के जीवन में बदलाव लाने के लिए आह्वान किया।
उनके आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके योगदान को आगे बढ़ाएंगे और समाज को प्रेरित करते रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल को भारत रत्न बताते हुए कहा कि उनके आदर्शों पर चलकर ही सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण संभव है।