लखनऊ में फ्री में दूध नहीं देने पर युवक को पीटने वाले सिपाही को गुरुवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। सिपाही ने पीड़ित युवक को फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की भी धमकी दी थी।
पीड़ित ने थाने में शिकायत की, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया था। इससे परेशान युवक ने वीडियो जारी कर पूरी आपबीती बताई थी। पुलिस के उच्चाधिकारियों ने सिपाही शिवम पर लगे आरोपों को सही पाते हुए तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है।
रहीमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम उतरेड़ा के रहने वाले विशाल यादव ने बताया कि थाने में तैनात सिपाही शिवम ने मुफ्त में दूध देने को कहा था। नहीं देने पर मारपीट और धमकी दी। विशाल ने कहा कि सिपाही शिवम ने ना सिर्फ उसे पीटा, बल्कि सुलह न करने पर फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी भी दी थी।
पुलिस कमिश्नर ने भी नहीं सुनी बात
विशाल ने स्थानीय थाने और एसीपी मलिहाबाद से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब वह पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचा तो वहां भी बात नहीं सुनी गई। विशाल ने वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर न्याय की गुहार लगाई थी।
इससे पहले भी रहीमाबाद थाने में तैनात सिपाही शिवम पर ग्राम प्रधान सतीश कुमार गोस्वामी ने अभद्रता के आरोप लगाए थे।
पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग
इस घटना ने लखनऊ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे। सोशल मीडिया पर लोगों ने सिपाही शिवम के खिलाफ सख्त कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की थी, ताकि पुलिस की साख बरकरार रहे। लखनऊ में पुलिस दुर्व्यवहार के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें विकासनगर, चिनहट और गाजीपुर के गंभीर प्रकरण शामिल हैं।