लखनऊ में गोमती नदी के किनारे हमने रिवर फ्रंट बनाया। सिर्फ 9 सौ मीटर काम बचा था। अगर सरकार पूरा करती तो तो गोमती नदी की खूबसूरती और बढ़ जाती, लेकिन सरकार तो नाले को रिवर फ्रंट बना रही है। इसके लिए अकबर नगर में बुलडोजर दौड़ाए। कई साल पुरानी बस्ती उजाड़ दी गई। वहां के लोगों को अब न्याय नहीं मिला है।
यह बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीकेटी स्थित सैरपुर बाजार में आयोजित ‘संविधान मेला एवं युवा महोत्सव’ कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा। इससे पहले पार्टी के नेताओं ने मंच से कार्यकर्ताओं में जोश भरा। भाजपा पर संविधान खत्म करने का आरोप लगाया। साथ ही PDA द्वारा संविधान को बचाने की बात कही।
अखिलेश यादव ने कहा- आप जान लीजिए कि गेरुआ वस्त्र पहनने से कोई योगी नहीं बनता। भाषा, व्यवहार और विचार से लोग योगी बनते हैं। लखनऊ की सरकार प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। जिलाधिकारी पार्टी के जिलाध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं। ये लोग सत्ता के कहने पर वोट डालने से लोगों को रोकते हैं। यह जनता के अधिकार पर हमला है।
वन इलेक्शन की जगह वन एग्जाम जरूरी
जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा सरकार ने किसानों, नौजवानों, व्यापारियों को धोखा दिया है। नौजवानों के साथ साजिश और षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। जो लोग वन-नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं, वे लोग वन एग्जामिनेशन की बात क्यों नहीं करते।
देश का नौजवान अब इनकी साजिश को समझ चुका है। युवा लोकसेवा आयोग के सामने धरने पर बैठे। आंदोलन करके भाजपा सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिए। भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को एक विचार और एक रंग में रंगना चाहती है, लेकिन हम सब एकजुट होकर संविधान बचाएंगे।
मुख्यमंत्री के नारे से डबल इंजन में टक्कर भाजपा समाज को बांट रही है। समाज में नफरत फैला रही है। मुख्यमंत्री जी का ‘बटोगे तो कटोगे‘ का नारा भारतीय इतिहास का सबसे निगेटिव नारा है। यह असंवैधानिक नारा है। मुख्यमंत्री के नारे से भाजपा के लोग और उनके सहयोगी दल किनारा कर रहे हैं।
नारे को लेकर भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है। मुख्यमंत्री जी का नारा अंग्रेजों के डिवाइड एंड रूल जैसा नारा है। अंग्रेज तो चले गए लेकिन उनकी सोच वाले लोग उनके विचार को आगे बढ़ा रहे हैं।
भाजपा के एजेंडे में नौकरी रोजगार नहीं
अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा के एजेंडे में नौकरी, रोजगार नहीं है। सरकार युवाओं को नौकरी नहीं देना चाहती। साजिश और षडयंत्र से आरक्षण छीन रही है। संविधान विरोधी काम कर रही है। भाजपा की नीतियां युवा, किसान और पीडीए विरोधी है। सरकार ने नौकरियों को आउटसोर्स कर दिया जिससे आरक्षण न देना पड़े। भाजपा पीडीए से उनका हक छीन रही है। पीडीए को बराबरी पर नहीं आने देना चाहती है।
जहां भाजपा की सरकार वहां खतरे में संविधान
भाजपा सरकार पीडीए से घबराई हुई है। पीडीए देश की 90 फीसदी आबादी का नारा है। अभी तक बाबा साहब के संविधान ने पीडीए की रक्षा की है। अब पीडीए और हम सबकी जिम्मेदारी है कि बाबा साहब के बनाए गए संविधान की रक्षा करें। आज संविधान पर खतरा मंडरा रहा है।
जब तक भाजपा की सरकार है संविधान पर खतरा बना रहेगा। भाजपा देश को संविधान नहीं मनविधान से चलाना चाहती है। अगर इनके विचार नहीं बदले तो ये संविधान बदल देंगे। हम सभी लोगों को एकजुटता के साथ संविधान बचाने की लड़ाई लड़ते रहना है। संविधान तभी बचेगा जब दिल्ली और लखनऊ से भाजपा की सरकार का सफाया होगा।
अधिकार की बात पर लगता है जातिवाद का आरोप
अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि हम गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को हक और अधिकार दिलाने की बात करते हैं तो भाजपा के लोग जातिवाद का आरोप लगाते हैं। ये जातियां हमने नहीं बनाई है। हम तो वंचित समाज के लोगों के अधिकार और सम्मान की लड़ाई लड़ रहे।
बाबा साहब का संविधान हम लोगों को जोड़ता है। सम्मान और अधिकार दिलाता है। संविधान हमारी रक्षा करता है। हम सबकी ढाल है। संविधान हम सबके लिए संजीवनी है। बाबा साहब ने संविधान में सभी को एक वोट का अधिकार दिलाया है। उसी से लोकतंत्र है। सबकी जिम्मेदारी है। लोकतंत्र और संविधान बचाना है।