
‘हम लोग न हमले से डरने वाले हैं, न किसी के डराने से डरने वाले हैं। हम सबको मिलकर भाजपा का उत्तर प्रदेश से सफाया करना है। हम इसकी तैयारी कर रहे हैं। आओ खुले मैदान में बात करो, खुले मंच से बात कर लें। उत्तर प्रदेश में थार और बुलडोजर को जान-बूझकर भाजपाई दबंगई का प्रतीक बनाया जा रहा है। सरकार लोगों को डराने के लिए काम कर रही है। BJP वाले सब पर हमला कर रहे हैं। छह महीने रुको, BJP वाले BJP पर हमला करेंगे।’
यह बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में सांसद रामजी लाल सुमन पर रविवार को हुए हमले को लेकर कही। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- सांसद सुमन को डराने के लिए ये हमला हुआ। हमला पहली बार नहीं हुआ। ये सरकार और DGP का सपोर्ट है। DGP और सरकार दोनों एक ही तरह के लोग हैं।
अखिलेश ने कहा- कुछ लोगों को इस वक्त पूरी छूट है। वे कुछ भी कर सकते हैं। ये वो लोग हैं, जो उन्हीं के सजातीय हैं। बुलंदशहर जाते वक्त सांसद रामजीलाल सुमन पर जो हमला हुआ, ये इशारा करता है कि सरकार का उन लोगों को पूरा संरक्षण है।
सरकार के लोग अभी तो औरों को धमका रहे हैं। एक समय आएगा, जब ये किसी को नहीं छोड़ेंगे। रामजीलाल सुमन पर तब हमला हुआ जब वह दलितों की आवाज उठाने के लिए बुलंदशहर के उस गांव जा रहे थे, जहां सत्ता के सजातीय लोगों ने दलितों को कई बार बेरहमी से रौंदा।

करणी सेना मुझे नहीं, DGP और मुख्यमंत्री को चुनौती दे रही
अखिलेश ने कहा- करणी सेना मुझे नहीं, DGP और मुख्यमंत्री को चुनौती दे रहा है। हमने लाल शर्ट पहने हुए लोगों को शांत किया है। उनकी चुनौती ट्रेनिंग पाए हुए लोगों को है। वर्दी पहने हुए ट्रेंड लोगों को चुनौती मिल रही है। यह हम लोगों को नहीं है। ये सब कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं।
कुशीनगर में सिर्फ एक PDA अफसर
अभी मैं कुशीनगर होकर आया। वहां PDA का IPS और PPS अफसर केवल एक है। BJP में PDA की जातियों पर चुन-चुनकर हमला हो रहा। प्रयागराज में दलित को जिंदा जला दिया। वाराणसी में पटेल जाति के नौजवान को गोली मार दी गई।
जौनपुर में मौर्या जाति के नौजवान को दौड़ा-दौड़ाकर मार दिया। रामपुर में दलित मूकबधिर बच्ची के साथ बलात्कार हुआ। आजमगढ़ में सैव जाति के नौजवान ने जय भीम का नारा लगाया, तो उसे मार दिया। यह नया ट्रेंड चल रहा है।

आतंकी हमला बहुत संवेदनशील विषय
अखिलेश ने कहा- आतंकी हमला बहुत सेंसेटिव विषय है। सरकार ठोस कदम उठाएगी। सरकार जलबंदी करेगी, इसका हम लोग समर्थन करते हैं। हम लोग मांग करते हैं कि आतंकी हमले में मारे गए शहीद परिवार को 10-10 करोड़ रुपए सरकार दे। परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दे।
हम मंत्री राजा भैया को जानते हैं
अखिलेश यादव ने राजा भैया पर भी तंज कसा। कहा- राजा भैया को मंत्री राजा भैया कहिए। हम मंत्री राजा भैया को जानते हैं। इस सरकार में यही सम्मान है कि मंत्री नहीं बनाया। हम चुनौतियों का सामना नहीं करेंगे, तो राजनीति ही नहीं करेंगे।
सीएम से पूछिए कि हाईब्रिड मॉडल क्या है ?
हमारा विजन देखिए, हमने सड़क पर हवाई जहाज उतारा। अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि रात में हवाई जहाज उतारेंगे। मुख्यमंत्री से पूछो, हाइब्रिड मॉडल क्या है? वो बता नहीं पाएंगे। गोरखपुर लिंक पर भी तो उतारें।
अभी सीमा पर सेना की जरूरत है। जब कभी भी पाकिस्तान से सवाल खड़े करोगे, तो चीन से भी मुकाबला करना पड़ेगा। सरकार दावा कर रही है कि जलबंदी जल्दी कर देंगे। नोटबंदी में इन्होंने दावा किया था कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। उम्मीद है कि जलबंदी से पाकिस्तान खत्म हो जाएगा। बाकी हमें इतनी टेक्निकल जानकारी नहीं, सरकार ही बता पाएगी।

हमारी पार्टी के नेता शुभम के घर गए थे
आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के घर जाने के सवाल का भी अखिलेश ने जवाब दिया। कहा- सवाल यह नहीं है कि हम उनके घर जाएं या नहीं। सवाल यह है कि हमारे घर आतंकी कैसे आए? हमारी पार्टी के कई नेता शुभम के घर गए। अमिताभ बाजपेयी और कानपुर के जिलाध्यक्ष भी गए।
जिनकी हमले में जान गई, उनके परिवारों से सुनने में आ रहा कि हमले के डेढ़ घंटे बाद भी वहां मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा। आप दुनिया में ढिंढोरा पीटते हैं कि तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे, कैसे यह दावा कर लेते हैं। आप घायलों को इलाज नहीं दे पा रहे। अमीर और गरीब के बीच लंबी खाई पैदा कर दी है। ऐसा किसी देश में नहीं है। डिवाइड एंड रूल ही इनकी विचारधारा है।

महाकुंभ में 66 करोड़ कैसे आए, यह बताए सरकार
पाठ्यक्रम में महाकुंभ शामिल करने से जुड़े सवाल पर कहा कि सरकार पहले आंकड़े बता दें। यह क्लियर कर दे कि ये डिजिटल महाकुंभ था। 66 करोड़ लोग आए, तो कैसे आए। ट्रेन, बस, पैदल या अपनी गाड़ी से…कैसे आए? अगर इतने लोग आए थे, तो 7th का बच्चा जानना चाहेगा कि आखिर कैसे आए थे?
नेहा सिंह ने जो कहा होगा, अच्छा ही कहा होगा
अखिलेश यादव ने लोकगायिका नेहा सिंह राठौर पर देशद्रोह का केस दर्ज होने के सवाल पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अभी हमने उनकी कविता नहीं सुनी है। उन्होंने जो कहा होगा, अच्छा ही कहा होगा। अखिलेश की प्रेस वार्ता के दौरान नेहा सिंह राठौर का बयान सबके सामने चलाया गया। अखिलेश का यह बयान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि क्या नेहा सिंह राठौर को अखिलेश यादव का समर्थन मिल गया है।