
उन दोनों ने चोरी ही नहीं, हमारे विश्वास और इज्जत पर गलत नजर डाली। उनके साथ इसलिए ऐसा किया, ताकि कोई दोबारा किसी पड़ोसी के घर घुसने की हिम्मत न जुटा सके। वे जीवनभर सिर उठाकर न चल पाएं, इसलिए उनको पीटने के बाद कालिख पोत दी। समाज में एग्जांपल सेट करने के लिए शरीर पर 420 लिख दिया, लेकिन वे मर जाएंगे सोचा नहीं था।
यह कहना है लखनऊ में डबल मर्डर करने वाले मोहित और शिवराज का। मोहित सीतापुर के राजकोट का रहने वाला है। शिवराज सीतापुर के खैराबाद का है। दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया। इससे पहले पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया।
दोनों ने बहराइच के कैसरगंज निवासी राम संवारे (40 साल) और राकेश (35 साल) को बांधकर करीब 3 घंटे पीटा। जिससे वे बेदम हो गए। फिर उनके शरीर को मोबिल ऑयल से काला कर दिया।
उसके बाद एक की टी-शर्ट पर ‘420’ लिख दिया। एक को रेलवे ट्रैक किनारे और दूसरे को कुछ दूर कूड़े के ढेर के पास फेंक दिया। जबतक उन पर लोगों की नजर पड़ती और इलाज मिलता, तब तक दोनों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
गोमतीनगर विस्तार में चौधरी लॉन के पास मोहित का घर है। शनिवार की रात नशे में धुत राम संवारे और राकेश कुमार मोहित कुमार के घर घुसे। घर से कीमती सामान और मोबाइल फोन की तलाश कर रहे थे कि राम संवारे लड़खड़ाकर एक महिला पर गिर गया। महिला की चीख सुनकर परिवार की नींद टूटी और आसपास के लोग भी जुट गए।

ऐसी सजा कि दोबारा कोई पड़ोसी के घर न घुसे
मोहित ने राम संवारे और राकेश को पड़ोसियों की मदद से पकड़ लिया। उसके बाद दोनों को रस्सी से बांध दिया। फिर दोनों की पिटाई शुरू कर दी। सरेआम पिटाई करते रहे, ताकि आसपास झोपड़ी में रहने वाले देख सकें।
इससे उनमें भय बनेगा कि वे भी किसी के घर में घुसकर चोरी की हिम्मत न जुटा सकें। इसके लिए मोहित के घर के पास झोपड़ी डालकर रहने वाले करीब छह से सात लोगों ने बेल्ट, बैट, डंडों से दोनों को करीब तीन घंटे तक पीटा। पिटाई से दोनों बेहोश हो गए।
समाज को संदेश देने के लिए लिखा 420
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपियों से उनकी सीधे तौर पर जान पहचान नहीं थी। सभी लेबर थे। इसलिए पटरी किनारे शौच या सब्जी लेते वक्त मुलाकात हो जाती थी।
आरोपी और पीड़ितों के बीच एक पटरी का फासला था। एक ओर आरोपी और दूसरी तरफ पीड़ित रहते थे। आरोपियों ने उन्हें नशे की हालत में घर में पकड़ा। दोनों की हालत देख लोग गलत न समझें और दोबारा कोई इस तरह की हरकत न करे, इसलिए सबने एक राय होकर दोनों को जमकर पीटा।
समाज में ये मुंह दिखाने लायक न रहें, इसलिए मुंह और शरीर पर कालिख पोत दी। उसके बाद राम संवारे के टी-शर्ट पर 420 लिख दिया। जिससे उनके साथ ही आसपास का कोई यह हरकत करने की हिम्मत न जुटा सके।

राकेश का नहीं हुआ पोस्टमॉर्टम
सोमवार को राम संवारे की पत्नी वंदना और ससुर गौतम पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। वह शव लेकर घर चले गए। उनका कहना था कि राम संवारे चोरी नहीं कर सकता।
दूसरी तरफ मारपीट में जान गंवाने वाले राकेश का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है। उसके शव की शिनाख्त के लिए कोई भी पोस्टमॉर्टम हाउस नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि उसके बताए गए पते पर परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता है। पुलिस उसके परिजनों के विषय में जानकारी जुटा रही है।