मोहनलालगंज से भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर कार्यकर्ताओं पर भड़के VIDEO:बोले-25 हजार वोटों से हार जाऊंगा, विरोध की बात सुनकर गुस्सा हो गए

मोहनलालगंज लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो पार्टी कार्यकर्ताओं से नाराज दिख रहे हैं। उन्हें डांटते नजर आ रहे हैं। कौशल किशोर कह रहे हैं कि 25 हजार वोटों से चुनाव हार जाऊंगा इससे ज्यादा क्या होगा।
जानिए क्या बोले कौशल किशोर
भाजपा सांसद कौशल किशोर चुनाव प्रचार के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। उसी दौरान किसी कार्यकर्ता ने कहा कि गांव के लोग भाजपा को वोट न देने की बात कह रहे हैं। ऐसे में चुनाव प्रचार करने गांव में कैसे जाऊं। इतना सुनते ही कौशल किशोर पार्टी कार्यकर्ताओं पर भड़क गए।

उन्होंने कहा कि विरोध तो तमाम लोग किया करते हैं। पहली बार जब मैं सिधौली विधानसभा से चुनाव लड़ा था तो 13 हजार वोट से हार गया था। दूसरी बार लड़ा तो 17 हजार वोट से हार गया। इस बार भी 25 हजार वोट से हार जाउंगा। इससे ज्यादा क्या होगा।
भाजपा सांसद का यह वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष के लोग इसे हार का डर बताने लगे हैं।
2014 से सांसद हैं कौशल किशोर
मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर 2014 से भाजपा का कब्जा है। इस बार केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद कौशल किशोर को भाजपा ने तीसरी बार चुनावी मैदान पर उतारा है। वहीं इंडिया गठबंधन के सपा उम्मीदवार आरके चौधरी मैदान में हैं। बसपा ने इस सीट से राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान को प्रत्याशी बनाया है।

2019 में 90 हजार वोटों से जीते थे कौशल किशोर
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के कौशल किशोर करीब 90 हजार वोटों से जीते थे। भाजपा प्रत्याशी को 6,29,999 वहीं बसपा के सीएल वर्मा को 5,39795 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी रहे आरके चौधरी को 60,069 वोट मिले। इससे पहले 2014 में आरके चौधरी मोहनलालगंज सीट से बसपा के उम्मीदवार थे। इस बार इंडिया गठबंधन ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है।
मोहनलालगंज सीट के बारे में जानें
लखनऊ जिले की चार विधानसभा सीटें बक्शी का तालाब, मोहनलालगंज, मलिहाबाद और सरोजनीनगर व सीतापुर की सिधौली सीट मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। SC के लिए आरक्षित इस लोकसभा सीट की तीन विधानसभा सीटें भी सुरक्षित हैं।

मोहनलालगंज सीट पर प्रमुख मुद्दा
मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र में खराब सड़कें बड़ा मुद्दा है। इसी के साथ ही रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य भी यहां के प्रमुख मुद्दों में शामिल है। ग्रामीण इलाके के लोग सांसद पर जनता से दूरी बनाने का भी आरोप लगाते हैं।