जंगल से पांच सौ मीटर खेत में फिर मिला तेंदुए का शव।
कतर्नियाघाट के डीएफओ बी शिवशंकर के कार्यकाल में लगातार वन्यजीवों की हो रही है मौत
ककरहा रेस्ट हाउस में किया गया तेंदुए का पोस्टमार्टम
मिहींपुरवा बहराइच
कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग क्षेत्र में वन्य जीवो की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन रविवार को कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मोतीपुर वन रेंज के ग्राम गायघाट के मजरा वनघुसरी की राजापुर बीट में जंगल से लगभग आधा किलोमीटर दूर बाबादीन के खेत में मृत अवस्था में तेंदुआ का शव पडा दिखा जिसकी सूचना वन विभाग को दी गयी।
सूचना पर उप प्रभागीय वनाधिकारी संतोष कुमार तथा वन क्षेत्राधिकारी ककरहा धर्मेन्द्र कनौजिया की अगुवाई में टीम पहुंची।और वन विभाग की टीम तेंदुआ के शव को ककरहा रेस्ट हाउस उठाकर ले आयी। जहां पर एनटीसीए गाइड लाइन के अनुसार डीएफओ बी शिवशंकर की मौजूदगी में डाक्टरों के पैनल द्वारा तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
तेंदुआ के मौत के संबंध में कतर्नियाघाट के डीएफओ बी शिवशंकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि तेंदुए की मौत की जानकारी नवागत एसडीओ संतोष द्वारा दी जायेगी। नवागत एसडीओ संतोष कुमार ने बताया कि तेंदुए की मौत की सूचना पर मौके पर पंहुचकर तेंदुए के शावक का शव ककरहा रेस्ट हाउस लाया गया।
तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम ककरहा रेस्ट हाउस में किया गया है। तेंदुआ नर है जिसकी उम्र लगभग 10 माह की है। प्रथम दृष्टिया यह प्रतीत होता है कि किसी बडे वन्य जीव द्वारा या आपसी संघर्ष में तेंदुए की मौत हुई है। तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाये गये हैं। तथा तेंदुए का विसरा सुरक्षित कर बरेली भेजा जायेगा। जिससे मौत के कारण स्पष्ट हो सकेगा। वन विभाग आपसी संघर्ष में मौत की आशंका जता रहा है।
मदन पोरवाल