अयोध्या की महारानी ज्योत्सना मिश्रा का पार्थिव शरीर गमगीन माहौल में शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। राज सदन से से उनकी विदाई को देख हजारों आंखे नम हो उठी।रानी मां की सरलता,सहजता को याद कर लोग फफक कर रोते दिखे।
सरयू तट पर रीति -रिवाज से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य, अयोध्या राज बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा ने उन्हें मुखाग्नि दी। पुत्र देश के प्रसिद्ध साहित्यकार यतींद्र मिश्र ने अंतिम संस्कार की विधि -विधान से निभाने की रीति को आगे बढ़ाया। इससे पहले शाम को राज सदन से राज घराने से अंतिम यात्रा सरयू तट के लिए रवाना हुई। जिसमें समाज के हर वर्ग के हजारों लोगों की मौजूदगी रही।अंतिम यात्रा का दर्शन करने के लिए सड़क के दोनों ओर लोग खड़े इंतजार कर रहे।लोग ने पुष्प वर्षा कर रानी मां को नम आंखों से विदाई दी।
श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास,सिद्ध विद्वान, हनुमत निवास महंत मिथिलेश नंदनी शरण और रामकथा मर्मज्ञ डाक्टर सुनीता शास्त्री ने राज सदन पहुंच महारानी ज्योत्सना मिश्रा को श्रद्धांजलि दी।
महारानी ज्योत्सना मिश्रा उम्र करीब 65 साल को एक सप्ताह पहले उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। इसके बाद उन्हें तत्काल उन्हें लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की टीम ने जरूरत के मुताबिक उनके मस्तिष्क का ऑपरेशन किया। जिससे उन्हें आराम भी मिल गया था। लेकिन गुरुवार की शाम लगभग साढ़े छह बजे उनके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया। इसके उनकी मौत की बुरी खबर सामने आई थी।
सरयू तट पर अंतिम विदाई देने वालों में राजा के अनुज शैलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा सहित सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी, आईजी प्रवीण कुमार ,कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नीतिश कुमार, प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी, सांसद लल्लू सिंह, पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे, बसपा के वरिष्ठ नेता करुणाकर पांडे, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्रा, प, मेयर गिरीश पति त्रिपाठी, पूर्व मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, अंशुमान पाठक, सुनील अवस्थी, राहुल सिंह, अभय यादव निरंकार, रोहित सिंह, आदि लोग मौजूद रहे।