बच्ची डरी-सहमी घर लौटी। घर वालों से घटना के बारे में बताया। शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
परिजनों ने बताया कि घटना सोमवार की है। बच्ची को दुकान पर भेजा था। काफी समय बीत जाने के बाद वो नहीं लौटी तो चिंता हुई। दुकान की तरफ गए, देखा बच्ची वहां से लौट रही थी। वो बहुत डरी थी, कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। काफी देर तक पूछने के बाद वो रोने लगी। पास के ही रहने वाले मेराज का नाम लिया और बताया कि वो अपने कमरे में ले गया था। पहले तो हमें कुछ समझ ही नहीं आया। लेकिन जब उसने पूरी बात बताई तो हमारे होश उड़ गए।
रास्ते में मेराज का घर
घर वालों ने बताया कि दुकान के रास्ते में ही मेराज का घर है। बेटी को हम अक्सर सामान लेने भेजते थे। मेराज उसे कभी कभार टॉफी बिल्किट भी दिला देता था। हम उसे परिवार का मानते थे। सोमवार को जब बेटी गई तो दुकान पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसे मेराज मिल गया। वो टॉफी और चॉकलेट देने के बहाने बच्ची को अपने घर चलने के लिए कहा। बेटी उसके साथ चली गई। बहुत देर कर नहीं आई तब हमें चिंता हुई और हमने तलाश की।
हम मेराज के घर गए वो भाग गया था
परिजन बताते हैं कि जानकारी के बाद हमने मेराज से इस बारे में पूछना चाहा। उसके घर गए, वो घर से भाग गया था। पहले तो हमें लगा कि बदनामी होगी। इस बात को यहीं खत्म कर देना चाहिए। लेकिन फिर घर के सभी लोगों ने कहा कि पुलिस में शिकायत करनी चाहिए।
हम थाने पहुंचे और केस दर्ज कराया
बच्ची की मां उसे लेकर थाने पहुंची। आरोपी के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने केस दर्ज कर 2 टीमों का गठन किया। तलाश शुरू कर दी गई। मंगलवार दोपहर आरोपी मेराज को अपट्रान तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
मेराज की शादी नहीं हुई है
पुलिस ने बताया कि मेराज(35) दरी बनाने का काम करता है। उसकी शादी नहीं हुई है। शिकायत के बाद केस दर्ज कर 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
परिवार वालों की सख्त सजा की मांग
बच्ची के परिवार वालों ने कहा की मेराज को सख्त सजा मिले। ताकि वो और मोहल्ले के अन्य लोगों को भी सबक मिल सके। ऐसे लोगों को पता चलना जरूरी है कि किसी भी बच्ची के साथ गलत करने का अंजाम क्या होता है। परिवार वाले इस बात से परेशान हैं कि जिस मेराज को अपना परिवार समझते उसने ऐसा क्यों किया।