पुलिस ने बताया कि चिनहट के देवा रोड पर नितिन के पहुंचने की सूचना मिली थी। पुलिस की टीम ने घेराबंदी की थी, थोड़ी देर बाद बिना नंबर प्लेट के 2 कार सवार पहुंचे। पुलिस ने रोका तो उन्होंने कार दौड़ा दी। पुलिस ने पीछा किया तो फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो नितिन कार को लेकर दयाल फॉर्म में घुस गया। पुलिस ने उसको चारों तरफ से घेर लिया। सरेंडर करने की चेतावनी दी। लेकिन उसने फिर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में उसे गोली लग गई।
फोरेंसिक टीम ने जांच की, पिस्टल और खोखे बरामद
पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ की सूचना के बाद फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। बिना नंबर की स्विफ्ट कार 32 बोर की पिस्टल और कई कारतूस के खोके बरामद किए गए।
19 मई को पति-पत्नी पर किया था जानलेवा हमल
पुलिस के मुताबिक, इससे पहले 19 मई को वर्चस्व की लड़ाई में हिस्ट्रीशीटर नितिन कुंडी ने कार सवार पति-पत्नी पर नितिन कुंडी ने 8-10 राउंड फायरिंग की थी। सतपाल पाठक निवासी विनम्रखण्ड अपनी पत्नी के साथ रात 10 बजे बीबीडी की तरफ से लौट रहे थे।
मटियारी पुल के ऊपर स्विफ्ट कार सवार शेखर कौशल, नितिन कुंडी, अमित चौधरी और एक अज्ञात ने सतपाल की गाड़ी के बगल में गाड़ी लगाई और जानलेवा हमला कर दिया। सतपाल ने अपनी गाड़ी भगाकर अपनी जान बचाई थी। हालांकि गोलियों कार के चारों शीशे टूट गए थे। तभी से पुलिस नितिन कुंडी को तलाश रही थी।
7 साल पहले कुंडी पर पहला केस दर्ज हुआ था
नितिन कुंडी पर 8 क्रिमिनल केस दर्ज हैं। 2017 में उसके खिलाफ चिनहट थाने में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके बाद साल 2022 में एससी-एसटी का केस दर्ज किया गया। इसी साल हत्या के प्रयास का मुकदमा भी उसके खिलाफ लिखा गया। नितिन के माता पिता की मौत हो चुकी है। वो अपने हिस्से के मकान में अपने भाई से अलग रहता है।
पुलिस ने बताया कि कुंडी से पूछताछ की जाएगी। वो शहर के और किन अपराध में शामिल रहा है, इसे लेकर भी पूछताछ करेंगे। उसके साथी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।