इसी के संबंध में पत्र जारी किया जाना था जो कि त्रुटिवश मिनिस्टीरियल स्टाफ के लिए जारी हो गया है। ऐसा कोई प्रस्ताव पुलिस विभाग और शासन स्तर पर विचाराधीन नहीं है। यह पत्र गलत जारी हो गया है जिसे निरस्त कर दिया गया है।
मांगा गया था सुझाव
पत्र में लिखा गया था कि यूपी पुलिस के कई पदों पर वैकेंसी खाली है। जिसको तत्काल भरा जाना है। एक सप्ताह के भीतर सभी अपना सुझाव भेजें, ताकि जल्द प्रक्रिया शुरू की जा सके।
प्रदेश पुलिस में सहायक उप निरीक्षक (लिपिक), सहायक उप निरीक्षक (लेखा) कार्मियों द्वारा कार्यालय का काम किया जाता है। इसमें चरित्र पंजिका, रिकार्ड कीपिगं, वेतन, टीए, कार्यालय पत्राचार आदि का काम किया जाता है।
पत्र में बताया गया है कि पुलिस विभाग में लगातार काम में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में लिपिकों की संख्या कम होने से काम प्रभावित हो रहा है। ऑफिसियल काम जल्द पूरा किया जा सके। इसके लिए लिपिकों की भर्ती जल्द किया जाना आवश्यक है। ऐसे में आउट सोर्सिगं के माध्यम से सेवायें लिये जाने पर विचार किया जा रहा है।
ऐसे में संबन्धित पुलिस के अधिकारी अपना सुझाव और आख्या भेजें जिसे शासन का भेजा जा सके।
फिलहाल पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पत्र को लेकर बयान जारी किया है। ये पत्र त्रुटीवश जारी हो गया था। जिसको निरस्त कर दिया गया है।