रुपईडीहा। महाकुंभ प्रारंभ के काल से ही रुपईडीहा बार्डर पर स्थित ट्रैवेल एजेंसियों ने मनमाना किराया वसूला। इन एजेंसियों में आपस में होड़ लगी थी। किसी भी सुरक्षा एजेंसी ने इस इर ध्यान ही नही दिया। ये लोग मनमाना किराया वसूलते रहे।
सनातन धर्मावलम्बी नेपाली पवित्र महाकुंभ में स्नान के लिए आतुर थे। इसी का बेजा फायदा उठाकर थाने व एसएसबी के सामने स्थित विभिन्न ट्रेवल एजेंसियों ने भारी धन उगाही की। रुपईडीहा के एक एजेंसी संचालक ने बताया कि सिर्फ दो ही एजेंसियां रजिस्टर्ड हैं। बाकायदा जीएसटी देते हैं।
यात्रियों के लिए पूरी सुविधा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य व पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा देवेंद्र पाठक ने भी कहा कि नेपाली तीर्थयात्री प्रयागराज का किराया ही नही जानते थे।
इसलिए जितना ये लोग समझाते थे। शीघ्र पहुंचने के लिए उतावले नेपाली तीर्थयात्री उतना ही दे देते थे। महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए उतावले भोलेभाले नेपालियों से इन एजेंसी संचालकों ने 15 से 20 हजार रुपयों की धन उगाही की।
पिछले दिनों नानपारा के सीओ प्रद्युम्न सिंह व तत्कालीन एसडीएम नानपारा अश्विनी पांडेय ने इन एजेंसियों की जांच की थी व चेतावनी दी थी कि ट्रेवल एजेंसी के मानक पूर्ण करें। तभी एजेंसी का संचालन करें। परंतु इनके कान पर जूं नही रेंगी। ऐन थाने व एसएसबी कैम्प के सामने बीते लगभग एक माह से ये लूट खसोट का गोरखधंधा आज भी जारी है।
नीरज कुमार बरनवाल रुपईडीहा
21/2/2025