रुपईडीहा बहराइच। जल जीवन मिशन योजना का उद्देश्य सन् 2024 तक ग्रामीण भारत के सभी घरों में व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना था। इसके क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार ने भी 2016-17 से इसपर काम शुरू किया गया।
इसी योजना को अमली जामा पहनाने के लिए नेपाल सीमा से सटी रुपईडीहा नगर पंचायत में गत 2017 से काम शुरू हुआ। नगर पंचायत के रुपईडीहा गांव व केवलपुर में काम शुरू हुआ।
दोनो स्थानो पर टंकियां बन गयी। पाइप डालने वाले ठेकेदार ने गत 2020-21 में रुपईडीहा गांव, चिकवन टोला, घसियारन टोला, रामजानकी नगर व आदर्श नगर आदि क्षेत्रों में बीच रोड के खड़ंजे उखाड़ लिए। उसके नीचे पाइप डाल दिये। खड़ंजे भी नही लगाए व काम छोड़कर चला गया। रुपईडीहा गांव में 5 ट्यूबवेल बोर हो गए। बताया गया कि 3 बोर होने बाकी हैं।
स्थानीय थाने में गत 7 मई 2022 को जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सचान ने क्षेत्र वासियो के साथ बैठक की थी। लोगो ने इस संबंध मंत्री महोदय से शिकायत भी की थी। तत्कालीन जिलाधिकारी बहराइच डॉ दिनेश चंद व मंत्री महोदय ने लोगो को पेयजल उपलब्ध कराने का वादा किया था। नगर पंचायत के लोग अभी भी शुद्ध पेयजल की आस लगाए बैठे हैं। रुपईडीहा गांव में निर्मित पानी की टंकी मुंह चिढ़ा रही है।
पाइप लाइन जर्जर होती जा रही है। जिम्मेदारों ने धन खपाने के बाद परियोजना की ओर पलट कर नही देखा। नगर पंचायत के जागरूक नागरिकों ने कई बार अधिकारियों से लिखकर व मिलकर इस परियोजना को अमली जामा पहनाने के लिए कहा। संबंधित अधिकारी आश्वासनों की घुट्टी ही पिलाते रहे। नगर पंचायत के केवलपुर वार्ड में टंकी बन गयी, सर्विस लाइन बिछ गई, टोटियों से पानी पहुंचाया गया। परंतु न वहां वाटर है न् ही सप्लाई है।
ब्लॉक नवाबगंज की गांव सभा माधवपुर निदौना, शिवपुर मोहरनिया, रंजीतबोझा, पचपकरी, गोकुलपुर, सहजना व जैतापुर, लखइहा सहित दर्जनों गांवों में आधा अधूरा काम हुआ है। कहीं भी लोगो को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नही है। आधा अधूरा काम कर ठेकेदार यहां से चलते बने। हां यह जरूर हुआ है कि गांवो में खड़ंजे खोदकर पाइप डाल दिये गए। उजड़े खड़ंजों पर लोग ठोकर खाकर गिरते पड़ते चल रहे हैं।
नीरज कुमार बरनवाल रुपईडीहा
5/6/2024