इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने NEET एग्जाम को लेकर छात्रा आयुषी पटेल की याचिका पर सुनवाई की। छात्रा ने ओएमआर शीट फटी हुई मिलने पर रिजल्ट जारी न करने का मामला उठाया है। छात्रा की ओर अदालत में मौजूद वकील ने बताया, छात्रा की ओएमआर शीट में जो एप्लीकेशन नम्बर भरा गया है, वह NTA द्वारा भेजे गए ई-मेल से अलग है।
जिस पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) और छात्रा को तीन दिन का समय दिया है। इन तीन दिनों में मूल दस्तावेज पेश करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 18 जून को होगी। इस मामले में न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान की पीठ ने सुनवाई की।
मैनुअल मूल्यांकन कराने की उठाई मांग
छात्रा आयुषी पटेल ने अपनी याचिका में कहा, OMR शीट की मैनुअल चेकिंग कराई जाए। साथ ही केंद्र सरकार को मामले में जांच के आदेश दिए जाए। जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता है। तब तक काउंसलिंग पर रोक लगाई जाए।
आयुषी पटेल की तरफ से मौजूद वकील ने कोर्ट को बताया कि एनटीए की तरफ से एक ई-मेल मिला आया था। जिसमें बताया गया कि आयुषी पटेल की OMR शीट फटी हुई मिली है। जिसकी वजह से उनका रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा। वहीं NTA के वकील ने छात्रा की ओरिजिनल ओएमआर शीट, स्कोर कार्ड और अटेंडेंस शीट न्यायालय में पेश की है।
NTA के वकील ने कोर्ट में बताया कि छात्रा का एप्लीकेशन नंबर 240411340741 है। इस पर छात्रा के साइन भी है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को अगली सुनवाई पर ओरिजिनल दस्तावेज प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
छात्रा ने जारी किया था अपना वीडियो
NEET रिजल्ट को लेकर लखनऊ की छात्रा आयुषी पटेल ने वीडियो शेयर किया था। छात्रा का कहना हैं कि NTA द्वारा जो रिजल्ट बताया जा रहा है, वह दूसरे एप्लीकेशन नंबर का है। अगर NTA की ओर से उसका परिणाम जारी किया गया है तो वह 4 जून को वेबसाइट पर क्यों नहीं दिख रहा था।
छात्रा के वीडियो को लेकर NTA ने दी सफाई
छात्रा आयुषी पटेल के वीडियो पर NTA ने सफाई दी थी। उनका कहा था कि उनकी तरफ से छात्रा को कोई फटी हुई OMR की कॉपी नहीं भेजी गई। आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक, उसकी OMR पूरी तरह से सुरक्षित है।