लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ईको पर्यटन कार्यक्रम में सीएम योगी सफाई की व्यवस्था ठीक न होने से नाराज हो गए। कार्यक्रम से लौटने के बाद नगर आयुक्त को शासन से फोन आया। नगर आयुक्त से गंदगी को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। वहीं नगर आयुक्त ने सफाई इंस्पेक्टर को चेतावनी दी।
बुधवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इको टूरिज्म पर पर्यटन विभाग की तरफ से कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान शाम को यहां सीएम योगी आदित्यनाथ को भी पहुंचना था। सीएम के कार्यक्रम होने के बाद भी इलाके में उचित सफाई नहीं कराई गई थी। यहां तक की होर्डिंग भी नहीं हटी थी।
सीएम के कार्यक्रम के बाद नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को शासन से फोन आया कि सफाई ठीक नहीं थी। उसके अलावा उनको होर्डिंग की बात बताई गई। अधिकारियों ने नगर निगम के कार्य शैली पर सवाल खड़ा कर दिया। बताया जा रहा है कि शासन से नगर आयुक्त को भी फटकार लगी है। इस पूरे मामले के बाद नगर आयुक्त ने सक्रियता दिखती हुए महज कुछ घंटे के अंदर ही जोन 4 के जोनल सेनेरटरी अफसर पंकज शुक्ला और कर अधीक्षक (प्रचार) ओम प्रकाश सिंह को कठोर चेतावनी जारी की।
सुबह से कार्यक्रम की जानकारी थी
बताया जा रहा है कि सीएम के कार्यक्रम की जानकारी सुबह से थी। उसके बाद भी लापरवाही बरती गई है। जोनल सेनेटरी अफसर पंकज शुक्ला को और होर्डिंग के लिए कर अधीक्षक (प्रचार) ओम प्रकाश सिंह को सुबह ही इस बारे में निर्देश दे दिया गया था। हालांकि उसके बाद भी दोनों लोगों ने काम की गंभीरता को नहीं समझा। नगर आयुक्त ने दोनों अधिकारियों को फटकार भी लगाई है।
नाला साफ नहीं तो प्रतिकूल प्रविष्टि
एक अन्य मामले में नाला साफ न होने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार ने जोन 5 में निरीक्षण किया। गुरुनानक नगर वार्ड के सुंदर नगर में के नाले में सिल्ट मिला। स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई नहीं हुई है। कुछ जगहों पर सफाई हुई तो वहां नाली और नाले से सिल्ट नहीं निकाली गई। उनको कई दिनों के बाद भी नहीं हटाया गया। ऐसे में जोनल सेनेटरी अफसर राजेश के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी गई। इसके अलावा सफाई एवं खाद्य निरीक्षक मीरा राव को भी प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।