मंत्री एके शर्मा के आदेश पर गुरुवार से शुरू हुआ सफाई अभियान 72 घंटे चला। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने पुराने लखनऊ में शुक्रवार सुबह दौरा किया। नालों की साफाई की व्यवस्था देखी, लेकिन शाम को हुई 1 घंटे की बारिश ने उनके मुआयने की पोल खोल दी।
इतना ही नहीं, शहर के मुफ्तीगंज, कल्याणपुर, आम्रपाली, कठौता झील, आलमबाग, आशियाना, फैजुल्लागंज समेत कई इलाकों में देर रात तक पानी भरा रहा। इलाके के कई ऐसे घर हैं जिनमें जलजमाव के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पांच लाख खर्च करके बनाया था नाला
लखनऊ के शंकरपुरवा वार्ड द्वितीय में आदिलनगर वृद्धा आश्रम के पास 5 लाख की लागत से बना नाला भी कोई काम नहीं आया। बड़े नाले में भरा पानी वापस नगर निगम कॉलोनी में भरना शुरू हो गया। अलीगंज, जानकीपुरम की गलियों और सड़कों में बरसात का पानी भर गया। यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि हर बार दावा किया जाता है कि बारिश में पानी नहीं भरेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मेयर ने बारिश से पहले किया था दौरा
लखनऊ मेयर सुषमा खरकवाल ने पिछले दिनों शहर के कई इलाकों में दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने बांस लेकर नालों की सफाई का हाल जाना था।
सीवर प्रणाली के कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
मंत्री एके शर्मा ने पूरे प्रदेश में सीवर प्रणाली का काम तेज करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि शहरों में कहीं पर भी कार्यों में लापरवाही के कारण बरसात में जलभराव की स्थिति न पैदा हो, जिससे आम नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़े। निकायों के नाले-नालियों के सफाई कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
आलमबाग, राजाजीपुरम, कुकरैल, भरवारा जोन-1 पुराना लखनऊ, कैसरबाग, वजीरगंज में स्थापित सीवर व्यवस्था के प्रगति कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी निकायों के सीवर सिस्टम के कार्यों में तेजी लाई जाए। नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश भी जलकल महाप्रबंधक को दिए हैं।
निगम की टीम ने निकाला पानी
मुफ्तीगंज, कल्याणपुर, इंदिरा नगर, कुकरैल और आम्रपाली इलाके में सबसे ज्यादा जलभराव हुआ। यहां के लोगों ने निगम की टीम से शिकायत भी की। नगर निगम की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और मुफ्तीगंज में सफाई के बाद जलभराव का पानी निकाला गया।
बारिश के बाद कई मकानों में पड़ी दरार
गाजीपुर थाना क्षेत्र में बस्तौली गांव में बेसमेंट में खुदाई हो रही है। इस वजह से मकानों में दरारें पड़ गई हैं। लोगों का आरोप है कि बिल्डर इमरान ने गोविंद प्रसाद, नगीना राम, शांति देवी, बबलू गौतम, राजाराम महतो, पवन गौतम समेत अन्य मकान मालिकों से अपार्टमेंट बनाने का एग्रीमेंट कराकर बेसमेंट की खुदाई शुरू कर दी। जबकि इसके लिए न तो LDA और न ही नगर निगम से कोई अनुमति ली गई है।
LDA नहीं निभा रहा जिम्मेदारी,सड़कों पर जलभराव
नगर निगम के अधिकारियों को कई बार सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, पुलिस को भी कई बार जानकारी दी गई, लेकिन उनकी तरफ से भी कोई कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा है। इस लापरवाही की वजह से बिल्डर इमरान बेसमेंट की खुदाई करता रहा, जिससे आसपास के मकानों में दरारें पड़ गईं।
आंदोलन की चेतावनी
लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि इस अवैध निर्माण को तुरंत नहीं रोका गया, तो वे सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों में नाराजगी बढ़ गई है।
कांग्रेस पार्षद ने की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान का का कहना है कि ये हालात किसी एक वार्ड का नहीं। पूर्वी विधानसभा के इंदिरा नगर, गोमती नगर समेत शहर के प्रमुख इलाकों में निगम की टीम ने काम के नाम पर खानापूर्ति की है। बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। इतना पैसा खर्च होने के बाद भी अगर जलभराव हो रहा है तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए।