उनके घर के सामने बिजली का ट्रांसफॉर्मर लगा है। पूरे इलाके में बिजली दो दिनों से नहीं आ रही थी। लेकिन उनके घर आ रही थी। जब हमने बिजलीकर्मियों से ये शिकायत की, तो उनके घर वाले गाली देते हुए बोले-ज्यादा नेता मत बनो।
उस वक्त मेरा बेटा भी साथ था। सबके सामने बेटे ने कहा गाली मत दीजिए। इतना कहना था कि वे सब मारने-पीटने लगे। वहां से हम सभी घर लौट आए। लेकिन रात करीब 10:30 बजे वे लाठी डंडे लेकर आए। घर में घुसकर मेरे बेटे को मारा, वह लहूलुहान हो गया। ये घटना 21 जुलाई की रात की है।
इतना कहते हुए लखनऊ के बंथरा निवासी इंद्र कुमार पांडेय उर्फ बब्बन पांडेय भावुक हो गए। बब्बन पांडेय कहते हैं कि अब केवल न्याय की आस लगाए बैठे हैं। अगर न्याय न मिला तो मैं जहर खाकर जान दे दूंगा।
बब्बन कुमार पांडेय मृतक अभिषेक उर्फ ऋतिक पांडेय के पिता हैं। दैनिक भास्कर की टीम राजधानी के हजरतगंज से कानपुर की तरफ जाने वाले हाईवे के करीब 35 किलोमीटर दूर उस गांव पहुंची। जहां, बिजली न आने शिकायत करने पर गांव के दबंगों ने लाठी-डंडे से पीटकर 22 वर्षीय युवक की हत्या कर दी।
आगे पढ़ते है ऋतिक पांडेय हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ?
पूरा इलाका डरता है, हम सभी दहशत में है
मृतक ऋतिक पांडेय के पिता अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ पुराने वाले घर के बरामदे में बैठे मिले। जो भी आ रहा था, वे उसको घटना के बारे में बता रहे थे। ऋतिक कितना सीधा था। वह हर किसी का सम्मान करता था।
बब्बन पांडेय कहते हैं कि मेरी बात पर विश्वास नहीं तो आप पूरे गांव में किसी के यहां पूछ सकते हैं। उन्होंने हमारे बेटे को मारा है। उनके पास बहुत पैसा है। वो दबंग लोग हैं। उनसे पूरा गांव डरता है। हम कैसे लड़ पाएंगे। हम और हमारा परिवार दहशत में है। हत्यारों का घर हमारे घर के आगे पांच सौ मीटर दूर है।
बेटे को जब मारा गया तो हम समझौता करने वाले थे
बब्बन पांडेय बताते हैं, जब हमारे बेटे को 21 जुलाई की रात गांव के अवनीश, हिमांशु सिंह, प्रियांशु, प्रत्युश, शनि सिंह समेत 20 से ज्यादा अज्ञात लोगों ने मारा पीटा तो बेटे को बहुत खून बह रहा था। उस रात हम थाने गए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहां कहा गया कि तुम्हारे खिलाफ पहले से शिकायत आई है।
हम लोग ठाकुर लोगों से कहां लड़ पाएंगे। वो बोलकर गए थे कि हम ठाकुर हैं, हमसे कहां तक लड़ पाओगे। हमारे पास रुपए हैं, हम सबको खरीद लेंगे। हमने सोचा 22 जुलाई की सुबह समझौता कर लेंगे। लेकिन मेरे बेटे को चोट लगने की वजह से तबीयत खराब हो गई। जब तक डॉक्टर के पास ले गए तो मौत हो गई।
थाना अध्यक्ष ने मेरी सुनी तक नहीं, एक साहब मोबाइल चला रहे थे
मेरे बेटे को जब गांव के ठाकुरों ने मारापीटा तो उससे पहले ही थाने पर सेटिंग कर ली थी। जब तक हम मारपीट की शिकायत करते, उससे पहले ही पुलिस आ गई। 112 नंबर की गाड़ी से पुलिस आई। उसने कहा थाने चलिए आपके खिलाफ पहले से शिकायत आई है।
जब हम थाने गए तो थानाध्यक्ष ने मेरी एक नहीं सुनी। वहीं एक दारोगा बैठे थे। वह केवल मोबाइल को देखकर रील चला थे। मैंने शिकायत दी तो वही रखी रह गई। मैंने कहा मेरे बेटे को चोट लगी है। उसका ट्रीटमेंट करवा दीजिए, तब उन्होंने कहा सुबह आना। दूसरी तरफ के लोगों को भी चोट आई है।
वो ठाकुर लोग है हम उनसे कहा लड़ पाएंगे?
बब्बन पांडेय कहते है- आज घटना के बाद से 5 दिन होने को है। कोई भी आरोपी नहीं पकड़ा गया। वो ठाकुर लोग है। हम उनसे कहा लड़ पाएंगे। मैं तो इतना कहता हूं कि अगर मुझे न्याय न मिला तो मैं जहर खाकर जान दूंगा।
मेरे दो बेटे में छोटे बेटे की हत्या कर दी गई। मैं कुछ कर नहीं पा रहा हूं। मैं और मेरा पूरा परिवार दहशत में है। थाने पर सुनवाई नहीं हुई, अगर होती तो मेरा बेटा जिंदा होता।
दिसंबर में होनी थी बेटे की शादी, अब किसके लिए तैयारी
बब्बन बताते हैं कि पूरा परिवार छोटे बेटे ऋतिक की शादी की तैयारी कर रहा था। दिसंबर में शादी होनी थी। घर पर तैयारी चल रही थी। लड़की वाले कह रहे थे कि गर्मी में शादी कर ली जाए। हमने कहा कि शादी तो सर्दी में ही होगी। बेटे की शादी की तैयारी चल रही थी, अब पूरे घर में मातम पसरा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदल दी, स्थानीय विधायक का करीबी
बंथरा के इस गांव में अगल-अगल जाने पर यह चर्चा सुनने को मिली कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवा दी गई है। लाठी-डंडे से पिटाई किए जाने के बाद रिपोर्ट में कुछ साफ नहीं आया। बिसरा प्रिजर्व रखने की बात कही जा रही है। मृतक के परिवार वाले कह रहे हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदला दी गई।
वहीं, गांव में चर्चा है हत्या में शामिल मुख्य आरोपी स्थानीय विधायक का करीबी है। जिसको बचाने के लिए मदद की जा रही है। पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर हत्या आरोपी बचाए गए तो मेरा सरकार और योगी जी से विश्वास उठ जाएगा।
दो घरों के बाहर पीएसी तैनात, थाने की पुलिस पेट्रोलिंग जारी
मृतक और हत्या करने वाले के घर की दूरी करीब 500 मीटर होगी। हत्या के बाद से गांव में तनाव है। दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है। एक मृतक परिवार के घर के बाहर तो दूसरा आरोपी के घर के बाहर के रास्ते पर है।
आरोपियों के घर की तरफ जाने वाले रास्ते को पीएसी का ट्रक लगाकर रोक दिया गया है। वहां आने-जाने वाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। बंथरा थाने के सिपाही और दरोगा समय-समय पर पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
आरोपियों की तलाश में दबिश, NBW जारी
नामजद आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। NBW जारी किया गया है। उनके न मिलने पर कुर्की कराए जाने की तैयारी की जा रही है। वहीं डीसीपी साउथ तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि सर्विलांस की मदद से कुछ वीडियो मिले हैं। उनकी मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ऋतिक हत्याकांड में 5 आरोपियों के खिलाफ NBW:एक गिरफ्तार, लखनऊ के ब्राह्मण नेताओं ने थाने तक किया कैंडल मार्च-प्रदर्शन
लखनऊ में प्रॉपर्टी डीलर ऋतिक पांडेय की मौत मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। 5 नामजद आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किया गया है। इससे पहले लखनऊ के ब्राह्मण नेताओं ने थाने तक कैंडल मार्च निकाला और हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया।