
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र में फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी शुक्रवार को दोपहर बाद एक घर पहुंचे। जहां लोन की किस्त न देने के चलते महिला और उनके बुजुर्ग ससुर के साथ अभद्रता की। साथ ही पूरे परिवार को करीब तीन घंटे तक बंधक बनाकर लोन न चुकाने के चलते घर खाली करने का दबाव बनाया।
महिला ने भाई को फोन करके मदद मांगी। जिसके बाद कंट्रोल रूम की सूचना पर पहुंची को देखकर आरोपी भाग निकले। महिला का आरोप है कि फाइनेंस कंपनी ने धोखे में रखकर पैसे दिए थे। इसके बाद लोन चुकाने के लिए दबाव बनाने लगे।
बेरोजगार पति को कैसे कर दिया लोन
खुर्रम नगर, पंतनगर निवासी रजनी सिंह ने बताया कि उनके पति आशुतोष बेरोजगार हैं। लोन वसूलने वाले खुद कह रहे थे कि वह नशेबाज है तो लोन उनके नाम कैसे दे दिया। बिना किसी इनकम के वह लोग कैसे अदा कर सकते हैं।
फाइनेंस कंपनी के लोगों को पता था कि वह किस्त अदा नहीं कर सकेंगे। इसलिए मकान हड़पने के इरादे से फर्जी तरीके से लोन दे दिया गया। वरना कोई बैंक में लोन देने से पहले बिना सैलरी स्लिप और बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल लिए लोन पास ही नहीं करता।
- किराएदारों और क्षेत्रीय लोगों के सामने अभद्रता
रजनी सिंह का आरोप है कि शुक्रवार दोपहर बाद एक महिला छह-सात लोगों के साथ आई। महिला घर में घुस गई और हमें बुलाकर बाहर ले गई। जहां मौजूद लोगों ने भी अभद्रता की और फिर सभी लोग घर में घुस आए। यह लोग खुद को होम फर्स्ट बैंक के कर्मचारी बताकर लोन की किस्त अदा न करने को लेकर अभद्रता करने लगे।
उन्होंने बेटी और सुसुर से भी गलत व्यवहार किया। यह लोग घर में करीब तीन घंटे घर में पूरे परिवार को टार्चर करते रहे। इस दौरान किराएदारों से कहा कि यह लोग लोन की किस्त नहीं दे रहे हैं। आगे से तुम लोग किराया हम लोगों को दोगे क्योंकि अब से यह घर मेरा है।
भाई ने फोन करके बुलाई पुलिस
रजनी के मुताबिक फाइनेंस कर्मियों की अभद्रता से परेशान होकर उसने चुपके से भाई को फोन कर दिया और मदद मांगी। इसके बाद भाई ने पुलिस कंट्रोल रुम को फोन किया। पुलिस के आने पर सभी एक-एक करके निकल गए।
घटना के वक्त महिला के पति प्रतापगढ़ स्थित रजमतियापुर पैतृक घर पर थे। जहां से वह महीने में एक या दो बार आते है। वहीं, थाना पुलिस के मुताबिक महिला की शिकायत की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।