लखनऊ के आशियाना निवासी व्यापारी वीरेंद्र नरूला का शव रायबरेली के शिवगढ़ में शारदा नहर में मिला है। पुलिस, तीन दिनों से उनकी तलाश कर रही थी। उन्हीं के मकान में रहने वाले किराएदार भाईयों की निशानदेही पर उनकी बाइक और रेनकोट भी बरामद कर लिया गया है।
शव बरामद होने के बाद शुक्रवार को पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद शनिवार को दोनों को जेल भेजा जा सकती है।
तेज बहाव के चलते इतनी दूर मिला शव
ACP कैंट अभयमल ने बताया कि आशियाना निवासी वीरेंद्र नरूला की 11 अगस्त को उनके ही किराएदार के दो भाईयों ने हत्या कर दी थी। वह रामनगर स्थित अपने पुराने मकान पर किराए लेने गए थे, उसी वक्त उनका मर्डर किया गया। 12 अगस्त को इस बात की जानकारी हुई और वीरेंद्र की तलाश में पुलिस ने उनके किराएदारों से पूछताछ शुरू की।
पुलिस पूछताछ में आरोपी किराएदार सुखविंदर उर्फ विक्की और उसके भाई अजीत उर्फ टीटू ने बताया कि हत्या के बाद उन्होंने वीरेंद्र का शव गोसाईंगंज जाकर शारदा नहर में फेंक दिया था।
पानी का तेज बहाव होने की वजह से शव इतनी दूर चला गया। वीरेंद्र का शव रायबरेली के शिवगढ़ से बरामद कर लिया गया है। परिजन ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त भी कर ली।
14 हजार रुपए किराया बकाया था
आरोपियों के पिता हरिवंश सिंह ने UPLIVE. NEWSसे बातचीत में बताया कि 3 महीने का 12 हजार रुपए किराया बकाया था। 2 हजार रुपए पहले के थे। कुल 14 हजार रुपए देने थे। इसी को लेकर मकान मालिक का बेटों से विवाद हुआ था। इसी को लेकर हत्या कर दी गई थी। आरोपियों की मां ने कहा था कि बेटों को सजा मिलनी चाहिए।
बाइक पर बैठाकर ले गए
मामले में पुलिस ने बताया था कि दोनों आरोपी मृतक मकान मालिक को बाइक पर बैठाकर ले गए थे। पिता से कहा था कि गिर जाने से मकान मालिक (वीरेंद्र नरूला) के सिर में चोट लगी है, डॉक्टर के पास ले जाना है। बाइक पर बैठाने में सपोर्ट कर दो। दोनों भाई गली के रास्ते डेड बॉडी ले जाकर नहर में फेंककर लौटे थे।
गुस्से से लगा हत्या का दाग
हरिवंश सिंह ने UPLIVE. NEWS से बातचीत में बताया कि उनके दोनों बेटे बहुत काबिल हैं। विक्की CCTV लगाने का काम करता है। वहीं, टीटू प्रॉपर्टी डीलर है। दोनों काम में मन लगाते थे। परिवार को आगे ले जाना चाहते थे, लेकिन हत्या वाले दिन छोटी सी बात में वे अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाए। जिसकी वजह से परिवार पर हत्या का दाग लग गया।
हरिवंश कहते हैं कि 14 साल से इसी घर में रह रहा हूं। सोचा था कि अपना घर बनाउंगा। यहां से निलकर अपने घर में जाउंगा, बेटों की शादी करुंगा। परिवार के साथ खुशहाली से रहूंगा, लेकिन बेटों की छोटी सी गलती से उनकी जिंदगी खराब हुई है। हमारा बुढ़ापा भी खराब हो गया।
लखनऊ में भाइयों ने मकान-मालिक की हत्या कर धोया खून:लाश पर पानी छिड़कते रहे, 14 हजार किराया मांगा तो दिया धक्का; पिता बोले- गाड़ी पर बिठाकर ले गए
लखनऊ के आशियाना इलाके में रहने वाले बुजुर्ग की हत्या उसके घर में रहने वाले किराएदारों ने की। दोनोंं भाइयों ने किराए के विवाद में उसे मार डाला था। मौत के बाद भी पिता से कहा बेहोश हैं, गाड़ी पर बिठा दीजिए। लाश को ले जाकर 10 किमी दूर फेंका। आरोपियों के पिता ने कहा कि मकान मालिक बहुत अच्छे थे। हमें सालों से अपने मकान में रखा था। सोचा नहीं था बेटे हत्या कर देंगे।