चोरों ने 3 घरों को बनाया निशाना
रुपईडीहा। थाना क्षेत्र में बढ़ रही चोरियों के कारण लोग त्रस्त हैं। रुपईडीहा नगर पंचायत के रानीपुरवा में बुधराम कश्यप के घर में चोरों ने घुसकर नगद व गहने मिलाकर लगभग 50 हजार की चोरी कर ली।
रानीपुरवा में ही आज्ञाराम कौलिक के घर पर लगभग 30 हजार की संपत्ति पर चोरों ने 7/8 जून को हाथ साफ किया। भुक्तभोगियों का कहना है कि थाने में प्रार्थना पत्र दिए गए। कोई पुलिस कर्मी हमारे यहां नही गया। इसी प्रकार रुपईडीहा से सटे लहरपुरवा गांव में रमेश सोनी के यहां चोरों ने गहने व नगदी मिलाकर लगभग 2 लाख रुपयों की चोरी कर ली।
रमेश सोनी का कहना है कि मैंने भी थाने में प्रार्थना पत्र दिया। किसी पुलिस कर्मी ने घर पहुंच कर जांच तक नही की।
नेपाल सीमा से सटे रुपईडीहा थाने में लगभग 1 सौ पुलिस कर्मियों का स्टाफ है। परंतु इन छिटपुट चोरियों को देखने तक कोई पुलिस कर्मी देखने तक नही पहुंचता। इन छोटी मोटी चोरियों का कारण लोग क्षेत्र में बिक रही स्मैक, नशीली दवाईयां, चिप्पड़ व गांजा आदि बताते हैं।
तीन माह में चोर चुरा ले गए दर्जनों भैंस
गत लगभग 3 माह में थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चोर ग्रामीणों की लगभग 1 दर्जन भैंसे चुरा चुके। भुक्तभोगी थाने में प्रार्थना पत्र तो देते हैं। परंतु न चोर पकड़े जा रहे हैं न ही दुधारू भैसों की बरामदगी हो रही है। गांव के लोगो की आजीविका भी इन्ही भैस के दूध पर निर्भर है।
4/5 जून की रात थाना क्षेत्र के दन्दौली गांव निवासी लाल यादव की 60 हजार की भैंस चोरी हो गयी। सहजना ग्रामवासी राजू धोबी की 10/11 जून की रात चोर 1 लाख की 2 भैंस चुरा ले गए। 15 मई को संकल्पा ग्रामवासी सुग्रीव यादव की 70, 70 हजार की 2 भैंस चोरी हो गयी। 1/2 जून की रात संकल्पा ग्रामवासी की ही थानेदार यादव की 2 भैंस व 1 पड़वा चोर खोल ले गए।
यह चोरी भी लगभग डेढ़ लाख की हुई। मई माह में ही तिगड़ा ग्रामवासी राम केवल यादव की 60 हजार की भैंस चोरी हो गयी। जैतापुर ग्रामवासी मनीराम यादव की 1 लाख की लगभग 2 भैस चोरी हो गयी। ग्राम टिकुईया दा0 लखैहा ग्रामवासी मोल्हे खटीक की डेढ़ लाख की 2 भैंस चोरी हो गयी। मार्च माह में ही ग्राम रामगढ़ी दा0 भगवानपुर निवासी शोभाराम वर्मा की 1 भैंस 60 हजार की चोरी हो गयी।
इन भुक्तभोगियों ने बताया कि भैस चोरियों की बाढ़ आ गयी है। भैस चोरों का गिरोह सक्रिय है। गरीब ग्रामवासी पीड़ित हैं। भारी संख्या में थाने में पुलिस बल होने के बावजूद एक भी भैस चोर न पकड़ा गया न ही कोई बरामदगी हो सकी। हल्के के सिपाहियों को भुक्तभोगियों के प्रार्थना पत्र थानाध्यक्ष की ओर से आवश्यक कार्यवाही हेतु दे दिए जाते हैं। सिपाही उसे जेब में रखकर भूल जाते हैं व पीड़ित के घर तक नही पहुंचते हैं।
नीरज कुमार बरनवाल रुपईडीहा
12/6/2024