लखनऊ में शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला फूंका गया। उनकी तस्वीर पर जूते-चप्पलों की माला पहनाई गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के खिलाफ नारेबाजी।
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रांशु दत्त द्विवेदी सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला फूंका। BJP कार्यकर्ता अखिलेश यादव द्वारा ‘मठ’ को लेकर दिए गए बयान से नाराज दिखे। कार्यकर्ताओं ने अखिलेश को हिंदू विरोधी भी बताया।
पहले देखें अखिलेश यादव के खिलाफ प्रदर्शन की तस्वीरें
अखिलेश बोले थे- माफिया और मठाधीश में अंतर नहीं
अखिलेश यादव के ‘मठाधीश’ बयान को लेकर कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय से हजरतगंज तक पैदल मार्च निकालकर विरोध किया। अखिलेश यादव का पुतला दहन करने के बाद उनके बयान को हिंदू विरोधी बताया।
प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि अखिलेश यादव ने हमारे महंत और पूरे हिंदू समाज का अपमान करने का काम किया है। उनको अपने इस बेतुके बयान के लिए पूरे समाज से माफी मांगना चाहिए।
भाजपा कार्यकर्ता बोले- सपा अपराधियों की संरक्षक
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जो पार्टी खुद माफियाओं को संरक्षण दे रही है, वह दूसरे पर इस तरीके के गंभीर आरोप पैसे लगा सकती है। इस बयान से साफ होता है कि अखिलेश यादव हिंदू धर्म के बारे में कुछ नहीं जानते।
अखिलेश यादव को मठाधीश और माफिया में अंतर नहीं पता है। वह मठ-मंदिर की भी मर्यादा भूल चुके हैं। मठाधीश को माफिया से जोड़ना गलत सोच की पराकाष्ठा है।
पूरे प्रदेश में फूंका गया अखिलेश का पुतला
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्राशु दत्त द्विवेदी ने कहा कि आज पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अखिलेश यादव का पुतला फूंका गया है। अखिलेश यादव महंतों की तुलना माफियाओं से कर रहे हैं।
आज जब माफियाओं को खत्म किया जा रहा है, तो उनके पेट मे दर्द क्यों हो रहा है। वे हिंदुओं को लेकर वह टिप्पणी करते हैं, क्योंकि हिंदू शांत रहता है। अगर वह किसी अन्य धर्म पर टिप्पणी करें तुरंत लोग जवाब मिलेगा।
बीजेपी लड़ती है हिंदू समाज की लड़ाई
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा हिंदू समाज की लड़ाई लड़ी है और पूरा सम्मान दिया है। अन्य दलों ने सिर्फ हिंदुओं का अपमान करने का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा देश के सम्मान में और हिंदुओं के सम्मान में आवाज उठाती आई है।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर अखिलेश यादव ने माफी नहीं मांगी, तो पूरे प्रदेश में उनके विरुद्ध प्रदर्शन किया जाएगा। पुतला जलाते वक्त पुलिस मौजूद रही और आग बुझाने की कोशिश की गई।