नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह हाईकोर्ट में पेश होंगे। लखनऊ के जानकीपुरम में मासूम शाहरुख की मौत के मामले में वह पूरी रिपोर्ट देंगे। उसके अलावा यह भी बताएंगे कि शहर में मैनहोल के ढक्कन खुले न हो इसको लेकर नगर निगम क्या कर रहा है।
दरअसल, शाहरुख की मौत के बाद कोर्ट ने मामले को खुद संज्ञान लिया था। इसमें नगर निगम और LDA से सवाल किया गया था। अब उसी मामले में नगर आयुक्त अपनी बात कोर्ट के सामने रखेंगे। 30 अप्रैल तक कोर्ट ने जवाब मांगा है। इससे पहले 27 अप्रैल से पूरे प्रदेश में सीवर लाइन के ढक्कन चेक करने का अभियान चलाया जा रहा है।
जलकल की वजह से हुआ हादसा
जलकल के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है। ऐसे में नगर आयुक्त ने उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की संस्तुति कर दी थी। पहली बार अधिशासी अभियन्ता स्तर के इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी गई थी। जेई व सुपरवाइजर को भी जिम्मेदार बनाया गया है।
उसके बाद एक्सईएन, जेई और सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया गया है। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने कहा, भविष्य में इस तरह के हादसे न हो, इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं और जिम्मेदारी तय की गई है।
अभियान चलाकर खुले मैनहोल ढके गए
नगर निगम ने पूरे शहर में खुले सीवर के मैनहोल ढकने का अभियान शुरू कर दिया गया था। जलकल विभाग व निजी संस्था सुएज ने मिलकर करीब पूरे शहर में 200 से अधिक खुले मैनहोल ढके। हालांकि इनकी संख्या कहीं ज्यादा है।
इसके अलावा मेरठ से ढक्कन मंगाए गए है। नगर आयुक्त ने जलकल विभाग को प्रत्येक दिन जोनवार निरीक्षण कर सीवर लाइन के टूटे या खुले मैनहोल को उसी दिन कवर करने के निर्देश दिए।