लखनऊ में 21 जुलाई की रात प्रॉपर्टी डीलर ऋतिक पांडेय की मौत मामले में सस्पेंड बंथरा थानेदार समेत चारों पुलिस कर्मियों को जांच में दोषी पाया गया है। प्रॉपर्टी डीलर ऋतिक की बिजली को लेकर ग्रामीणों के बीच हुई मारपीट में मौत हो गई थी।
मामले में सामने आया था, कि पुलिस द्वारा सुनवाई न करने से ही विवाद इतना बढ़ा था। विभागीय जांच में चारों के दोषी पाए जाने के बाद इन पर विभागीय कार्रवाई होगी।
बंथरा इंस्पेक्टर समेत चार पर हुई थी कार्रवाई
DCP साउथ केशव कुमार ने बताया कि घटना के समय तैनात इंस्पेक्टर हेमंत राय, सब इंस्पेक्टर सुभाष यादव व सुशील यादव और सिपाही योगेंद्र के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी। जिसमें सभी दोषी पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद ही चारों को सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं, घटना के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। मामले ने राजनीतिक तौर पर भी तूल पकड़ा था।
बिजली को लेकर हुए विवाद में गई थी ऋतिक की
जान बंथरा गांव मे जुलाई महीने में बिजली संकट चल रहा था। यहां रहने वाले इंद्र कुमार पांडेय उर्फ बब्बन के प्रापर्टी डीलिंग करने वाले बेटे ऋतिक पांडेय (20) का इसको लेकर विवाद हुआ था। 21 जुलाई को गांव के चार-पांच मकानों में ही बिजली आ रही थी। इसको लेकर ऋतिक ने बिजली कर्मियों से फॉल्ट ठीक करने को कहा था।
जहां, गांव के ही हिमांशु सिंह व साथियों से विवाद हो गया। इसके बाद ऋतिक के घर वापास आते ही हिमांशु, अवनीश, प्रत्यूष, प्रियांशु, शनि सिंह ने साथियों के साथ घर पर हमला बोल दिया। जिसमें ऋतिक की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई।
मामला तूल पकड़ने पर DCP साउथ तेज स्वरूप ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद बंथरा इंस्पेक्टर, दो दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया।